भारत-पाक सीमा पर शांति की उम्मीद: डोनाल्ड ट्रम्प का दावा,
दोनों देश सीजफायर के लिए राजी

नई दिल्ली/जम्मू/श्रीनगर: भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर लंबे समय से जारी तनाव के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया है कि अमेरिका की मध्यस्थता के बाद दोनों देश सीजफायर (युद्धविराम) के लिए राजी हो गए हैं। ट्रम्प ने कहा कि रातभर चली लंबी बातचीत के बाद यह संभव हो पाया है और उन्होंने दोनों देशों को ‘समझदारी भरा फैसला’ लेने के लिए बधाई दी है।
पाकिस्तान ने भी की पुष्टि:
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने भी इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा, “पाकिस्तान और भारत तत्काल प्रभाव से युद्ध विराम पर सहमत हो गए हैं। पाकिस्तान ने हमेशा अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है।”
अमेरिकी मध्यस्थता:
इस घटनाक्रम में अमेरिका की भूमिका महत्वपूर्ण रही। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने बुधवार रात पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की थी। उन्होंने दोनों देशों से तनाव कम करने और दक्षिण एशिया में शांति स्थापित करने के लिए मिलकर काम करने की अपील की थी।
आतंकवाद पर अमेरिका का रुख:
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बताया कि मार्को रूबियो ने जयशंकर से फोन पर पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वालों के लिए शोक प्रकट किया। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका के भारत के साथ होने की बात कही, लेकिन साथ ही भारत को जवाबी कार्रवाई में संयम बरतने की सलाह भी दी।
वहीं, रूबियो ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शरीफ से 22 अप्रैल को कश्मीर में हुए हमले की निंदा करने और जांच में सहयोग करने को कहा। उन्होंने पाकिस्तानी अधिकारियों से इस हमले की जांच में पूरी तरह सहयोग करने का अनुरोध भी किया।
क्षेत्रीय शांति की उम्मीद:
डोनाल्ड ट्रम्प के इस दावे और पाकिस्तान की पुष्टि के बाद, भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर शांति की उम्मीद जगी है। यह घटनाक्रम दक्षिण एशिया में स्थिरता लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।