भाजपा की नीतियों के खिलाफ विधानसभा घेराव में राजधानी भोपाल में उमड़ा कांग्रेसजनों का सैलाव : पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा – देश और प्रदेश में आज लोकतंत्र खतरे में है
जितेन्द्र सिंह, कमलनाथ, पवन खेड़ा, जीतू पटवारी, उमंग सिंघार, अलका लांबा सहित बड़ी संख्या में वरिष्ठ नेता हुये शामिल : भाजपा से किसानों, महिलाओं, युवाओं की यही पुकार, बंद करो अब अत्याचार: जीतू पटवारी
यश भारत (पॉलिटिकल डेस्क)/ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर आज राजधानी भोपाल में भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदेश व्यापी विधानसभा घेराव किया गया। घेराव कार्यक्रम में अभा कांग्रेस कमेटी महासचिव प्रदेश प्रभारी जितेन्द्र सिंह, मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा, महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा, सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई सहित प्रदेश के वरिष्ठ नेतागण शामिल रहे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में आयोजित घेराव कार्यक्रम में प्रदेश भर से हजारों की संख्या में कांग्रेसजनों का जनसैलाव उमड़ा।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव मप्र प्रभारी श्री जितेन्द्र सिंह ने घेराव कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि आज देश और प्रदेश में लूट, खसोट, अत्याचार, कर्ज, क्राईम और करप्शन की सरकार चल रही है।
प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों के साथ लगातार अत्याचार और अन्याय कर रही है। विधानसभा चुनाव में शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को झूठे सब्जबाग दिखाएं, अपने संकल्प पत्र में किसानों को भ्रमित कर धान का 3100 रूपये और गेहूं का 2700 रुपए समर्थन मूल्य देने का वादा करके सरकार बना ली, लेकिन किसानों से किये वादों से पूरी तरह मुकर गई। प्रदेश में पिछले 20 सालों भाजपा सत्ता में है, तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के साथ हमेशा धोखा किया है। अपने आप को किसान पुत्र बताने वाले शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से वादा किया था कि वह उनकी आज दोगुनी करेंगे और खेती को लाभ का धंधा बनाएंगे ना तो उनकी आय दोगुनी हुई और ना ही खेती लाभ का धंधा बनी, उल्टे किसानों पर कर्ज का बोझ लाड दिया गया। किसानों को ना तो धान का 3100 रूपये और ना ही गेहूं का 2700 रुपए समर्थन दिया, किसान हमेशा ठगा ही गया। खाद बीज बिजली के संकट से जूझता किसानों को अपनी फसल के औने-पौने दाम मिले। इससे किसान आत्महत्या करने के लिए विशष हुआ और पिछले 4 साल में हजारों किसानों ने आत्महत्या कर ली।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने कहा कि देष और प्रदेष में आज लोकतंत्र खतरे में है। भाजपा तानाशाह रवैया अपनाकर लोकतंत्र प्रणाली पर प्रहार कर रही है। शासन-प्रशासन पर दबाव बनाकर वह चुनावी प्रक्रिया पर हस्तक्षेप करती है जो देष के लोकतंत्र पर खतरा बनी हुई है। वहीं भाजपा देष के संविधान को तार-तार कर रही है। आज देश का संविधान खतरे में हैं, क्योंकि भाजपा संविधान के साथ छेड़छाड़ कर अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के लोगों के आरक्षण पर कुठाराघात किया जा रहा है। देश की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। किसानों से देष के उद्योग-धंधे चलते हैं, छोटे बड़े दुकानदारों की दुकानें चलती है, लेकिन भाजपा ने इन सभी के साथ कुठाराघात किया है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रमुख श्री पवन खेड़ा ने विधानसभा घेराव में उमड़ें कांग्रेसजनों के सैलाव को संबोधित करते हुये कहा कि भाजपा विष्व का सबसे अधिक झूठ बोलने वाला राजनैतिक दल है जो झूठ बोलती है तो आवाज भारी रखती है और फिर अगले झूठ बोलने की तैयारी रखती है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनाव में जो वादे किसानों, महिलाओं, युवाओं से किये थे एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। किसानों को खाद-बीज की किल्लत से जूझना पड़ रहा है। खाद-बीज की कालाबाजारी हो रही है, जिससे भाजपाईयों का गोरखधंधा फल-फूल रहा है।
प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी ने जातिगत जनगणना की बात की है जो देश की आवष्यकता है। देश के संसाधनों में सबसे पहला अधिकार गरीबों का है। जातिगत जनगणना गरीब और अमीर के बीच पोस्टमार्डम है। पटवारी ने सभी उपस्थित कांग्रेसजनों को शपथ दिलायी कि हम जातिगत जनगणना के माध्यम से सामाजिक न्याय और समानता की स्थापना के लिए कटिबद्ध हैं। हम जातिगत जनगणना को देष में सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक आधार पर मजबूत बनाने का माध्यम मानते हैं हम पूर्ण आत्मविष्वास और दृढ़ता के साथ सामाजिक अधिकार और कर्तव्यों का न्यायपूर्ण वितरण सुनिष्चित करेंगे। हम जातिगत जनगणना कराने का समर्थन करते हैं।
श्री पटवारी ने कहा कि युवाओं को नौकरी देने का वादा करने वाली तत्कालीन शिवराज सरकार और वर्तमान मोहन यादव सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। नौकरी के नाम पर पिछले चार साल में एक भी सरकारी नौकरी किसी भी युवा को नहीं मिली है। रोजगार देने के नाम पर फिसड्डी सरकार ने युवाओं को सब्जबाग दिखाये। प्रदेश के युवाओं को अपराध की ओर धकेला जा रहा है। प्रदेष को नशेडी प्रदेश बनाने पर तुली है भाजपा सरकार। प्रदेश दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार की घटनाओं में देष में अव्वल दर्जे पर है। दलितों पर अत्याचार की घटनाएं आये दिन सामने आ रही है। नीमच, मंदसौर, डिंडौरी, बालाघाट, हरदा, सीहोर, जबलपुर, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, इंदौर सहित प्रदेश के अधिकांष सभी जिलों में दलितों और आदिवासिंयों पर अत्याचार हो रही हैं, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनीं हुई। दबंगों द्वारा इन घटनाओं को अंजाम दिये जाने के बाद भी पुलिस प्रशासन सरकार और भाजपा नेताओं के दबाव में कोई सख्त कार्यवाही नहीं करती। प्रदेश में व्याप्त भारी महंगाई ने जनता की कमर तोड़ दी है। राशन पानी के लिए गरीब परिवार को जूझ रहा है, सब्जी, दाल, तेल से लेकर खाने की हर सामग्री इनती महंगी है कि जनता महंगाई की मार से दो वक्त की रोटी भी सही से नहीं जुटा पा रही है।
श्री पटवारी ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र (संकल्प-पत्र) का एक भी वादा पूरा नहीं किया। भाजपा ने मोदी गारंटी के नाम पर अपने घोषणा पत्र में महिलाओं को 3000 रूपये, किसानों को 3100 रूपये में धान और 2700 रूपये में गेहूं का समर्थन मूल्य, 450 रूपयें में घरेलू गैस सिलेण्डर, युवाओं को नौकरी देने की बात अपने संकल्प पत्र में कहीं थी, इतना ही नहीं शिक्षा चिकित्सा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था, महिलाओं का सम्मान, दलितों और आदिवासियों की रक्षा जैसे तमाम हजारों वादें किये थे। लेकिन भाजपा सरकार ने अपने संकल्प पत्र में से एक भी वादा पूरा नहीं किया। प्रदेश में तरह-तरह के माफिया हावी हो गये है। शिक्षा माफिया, चिकित्सा माफिया, भू-माफिया, रेत-माफिया, खनिज-माफिया, पेपर-लीक माफिया। प्रदेश में माफियाओं की सरकार चल रही है।
श्री पटवारी ने भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ कांग्रेस के शंखनाद में उमड़ी भीड़ को लेकर कहा कि यह मैनेजमेंट और सरकारी व्यवस्था से लायी गई भीड़ नहीं, यह भाजपा के कुशासन के विरोध में जनता के सहयोग से कांग्रेस का प्रदेश की जनता के हक और अधिकार दिलाने की लड़ाई का शंखनाद है। जिसमें प्रदेश भर से हजारों की संख्या में लोग अपनी आवाज को बुलंद करने और भाजपा को नींद से जगाने के लिए यहां पहुंचे हैं।
महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती अलका लांबा ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों पर बढ़ते अपराध से प्रदेश की बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं है। महिलाएं-बच्चियां न तो घर में सुरक्षित हैं और ना ही घर के बाहर। एक साल की बच्ची से लेकर 70 साल तक की बुजुर्ग महिला भाजपा सरकार में शोषण, बलात्कार और अत्याचार का शिकार हो रही है। प्रदेष में पिछले पौने 3 साल में 28857 महिलायें गायब हुई हैं। रोज औसतन 28 महिलाएं और 3 बच्चियां गायब होने के प्रकरण दर्ज किये गये, दुर्भाग्य की बात है कि 724 गुमशुदगी के प्रकरण दर्ज किये गये हैं, 7 माह में 2319 बलात्कार और 150 से अधिक सामूहिक बलात्कार की घटनाएं सामने आयी हैं। महूं उज्जैन, जबलपुर, सागर, छतरपुर, इंदौर सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं से प्रदेश देश में ही नहीं विष्व में शर्मसार हो रहा है।
मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि प्रदेश अपराधियों की शरणस्थली बन गया है। अपराधी बेखौफ होकर अपराध को अंजाम दे रहे हैं। प्रदेश की कानून-व्यवस्था पूरी तरह दिवालिया हो चुकी है। दलित, आदिवासी, महिला, युवा, किसान, छोटी बच्चियां, बच्चे सभी अपराधियों का षिकार हो रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री ही गृह मंत्री बने बैठे हैं, ऐसे में वे न तो मुख्यमंत्री का दायित्व निभा पा रहे हैं और न ही गृहमंत्री का। प्रदेष में अराजकता का माहौल बना हुआ है। कांग्रेस पार्टी पूरी ताकत के साथ विपक्ष की भूमिका निभाते हुये सड़क से सदन तक प्रदेश की जनता के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ेगी और जनता को न्याय दिलायेगी।
चार बार से सत्ता में रहने वाली भाजपा सरकार नशे में इतनी मदमस्त हो गई है की आज प्रदेश का हर वर्ग परेशान है। चाहे दलित हो, आदिवासी हो, महिलाएं हो, किसान हो या युवा हो सब भाजपा सरकार की जन विरोधी नीतियों से परेशान और हलाकान है। प्रदेश की जनता पर विभिन्न तरह टैक्सों के माध्यम से इतना आर्थिक बोझ लादा जा रहा है कि वह त्राहिमाम कर रहा है और महंगाई की मार से जूझकर पूरा जीवन संकट और संघर्ष से गुजार रहा है। गरीब, मध्यमवर्गीय परिवारों को दो जून की रोटी भी नसीब नहीं हो पा रही है। बढ़ते अपराधों से प्रदेष में अराजकता का माहौल बना हुआ है जिससे लोग भय और आतंक के साए में जी रहे हैं। माताओं-बहनों की आबरू तार-तार हो रही हैं, फिर भी सरकार नींद में सोई हुई है। कानून-व्यवस्था ध्वस्त है और भाजपाई मदमस्त हैं।
घेराव कार्यक्रम में पूर्व सांसद सुश्री मीनाक्षी नटराजन, मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, अजय सिंह राहुल भैया, अरूण यादव, कांतिलाल भूरिया, लाल जी देसाई, पूर्व मंत्रीगण एनपी प्रजापति, राजेन्द्र सिंह, डॉ. गोविंद सिंह, सज्जन सिंह वर्मा, कमलेष्वर पटेल, ओमकार मरकाम, पीसी शर्मा, अशोक सिंह, जयवर्धनसिंह, प्रियव्रतसिंह, हेमंत कटारे, कुणाल चौधरी, आरिफ मसूद, मितेन्द्र दर्षनसिंह, श्रीमती विभा पटेल, श्रीमती नूरी खान, आषुतोष चौकसे, प्रदीप अहिरवार, फूलसिंह बरैया, लखन घनघोरिया, मुकेष मलहोत्रा, राजकुमार पटेल, गौरव रघुवंषी, राजीव सिंह, अभय दुबे, संजय दत्त, रणविजय सिंह, आनंद चौधरी, चंदन यादव, तरूण भानोट, बाला बच्चन, लखन घनघोरिया, नीरज दीक्षित, विक्रम सिंह नातीराजा, नीलाषु चतुर्वेदी, रेखा चौधरी सुरेन्द्र चौधरी, गुड्डू राजा बुंदेला, सिद्धार्थ कुषवाहा, प्रवीण सक्सेना, अनोखी मानसिंह पटेल सहित प्रदेष के वरिष्ठ नेतागण और हजारों कार्यकर्ताओं का सैलाब उपस्थित था।