कटनीमध्य प्रदेश

भव्य पंडालों में विराजेगी मां भवानी, तैयारी में जुटे कार्यकर्ता, कलकत्ता, मथुरा और जबलपुर के कारीगर बना रहे पंडाल

कटनी, यशभारत। आदिशक्ति जगत जननी मां दुर्गा की शक्ति आराधना के महापर्व नवरात्र को लेकर शहर में तैयारियां शुरू हो गई हैं। पर्व के लिए अब महज तीन दिन ही शेष रह गए हैं। इस बार नवरात्रि का पर्व 2 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। जिले भर में दुर्गा पूजा के लिए भव्य पंडालों का निर्माण जारी है। समितियों के कार्यकर्ता और कारीगर रात दिन पूजा पंडालों की साज-सज्जा में जुटे हुए हैं। इस वर्ष मौसम में हो रहे परिवर्तन की वजह से कभी भी बारिश हो रही है, यही कारण हैं कि इस बार ज्यादातर ज्यादातर पंडाल वाटर प्रूफ बनाए जा रहे है।
जिले के ग्रामीण अंचलों सहित शहर में कई जगह नवरात्रि की प्रतिपदा से ही माता की स्थापना हो जाती है। भव्य पूजा पंडालों को आकर्षित बनाने के लिए समितियों के कार्यकर्ताओ ने इस बार कलकत्ता, मथुरा, जबलपुर से भी कारीगरों को बुलाया है। जो पंडालों को नया लुक देने लगे हुए है। आयोजन को यादगार बनाने को लेकर सभी पूजन स्थलों में नई कमेटियों का गठन किया जा चुका है और समितियों में मीटिंग का दौर जारी है। पूजा समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि कलश स्थापना के दिन से विजयदशमी तक दुर्गा सप्तशती का पाठ, संध्या महा आरती, रात्रि में भजन कीर्तन भक्ति जागरण कराने को लेकर सदस्यों ने रूप रेखा तैयार की है। देवी पूजा अनुष्ठान में खलल न पड़े इसे लेकर पुलिस. प्रशासन उपद्रवियों को चिन्हित करने में जुटी है। अनुष्ठान को ऐतिहासिक और अधिकार बनाने को लेकर लोग उत्साहित नजर आ रहे हैं पंडालों को कई आकर्षक रूप और आकार देने का काम निरंतर जारी है।

इन स्थानों पर विराजेंगी जगत जननी

शहर में मां जालपा मंदिर, धंती बाई गांधी स्कूल, जगन्नाथ चौक, कृषि उपज मंडी, झंडाबजार, सराफा बाजार, केसीएस स्कूल, पुराना कन्या महाविद्यालय, गाटरघाट, विश्वकर्मा पार्क, सब्जी मंडी, सिंधु भवन, द्वारका भवन, कचहरी चौक, अस्पताल चौराहा, मिशन चौक, आजादए चौक, शेर चौक, पुरवार स्कूल, खिरहनी, नदीपार, दुबे कॉलोनी, गर्ग चौराहा, घण्टाघर, विश्राम बाबा, गोलबाजार, शदीद द्वार, नई बस्ती, भट्ठा मोहल्ला, झर्रा टिकुरिया, बरगवां, आदर्श कालोनी, कुठला, पन्ना मोड़ के अलावा उपनगरीय क्षेत्र माधवनगर, एनकेजे, एसीसी, छपरवाह अन्य कई स्थानों में भव्य और आकर्षक पंडाल के निर्माण कार्य जारी है।
मंदिरों में भी की जा रही तैयारियां
खासतौर पर जिले के विजयराघवगढ़ में विराजी मां शारदा व बहोरीबंद के तिगमा में विराजी मां कंकाली माता सहित कटनी शहर की महारानी मां जालपा मंदिर में विशेष तैयारियां अंतिम चरण में है।

स्थानीय मूर्तिकार भी बना रहे एक से बढक़र प्रतिमाएं

पिछले कई सालों से कटनी के स्थानीय कलाकार भी एक से बढक़र एक प्रतिमाएं बनाते आ रहे हंै लेकिन स्थानीय समितियों द्वारा स्थानीय कलाकारों की बजाए बाहर से आने वाले कलाकारों से मूर्तियां बनवाई जाती है। स्थानीय मूर्तिकार चंदन ने बताया कि हम भी बेहतर मूर्ति बना रहे है। हमारी बनाई मूर्तियों की डिमांड सतना, चित्रकूट, शहडोल उमरिया, मैहर, दमोह तक से आती है। इस साल करीब 60 मूर्ति बनाई है। सभी बाहर शहरों में जा रही है। कुछ मूर्ति लोकल समितियों ने बुक की है। कुठला में चंदन मूर्तिकार के बेटी ने बताया की पिता के कार्य में सहयोग के साथ पिता की कला को आत्मसात कर रही हंू। इस बार माता की मूर्ति का श्रृंगार उसने ही किया है।Screenshot 20240930 164548 WhatsApp2 Screenshot 20240930 164538 WhatsApp2 Screenshot 20240930 164530 WhatsApp2 Screenshot 20240930 164543 WhatsApp3

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