ब्रेकिंग : मृत कर्मचारियों के नाम से निकाल ली लाखों की रकम :52.46 लाख रुपए का किया गया फर्जी भुगतान

मंडला, यश भारत। विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में मृत कर्मचारियों के वेतन के नाम पर 52.46 लाख रुपए का फर्जी भुगतान कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा अपने परिवार के खाते में कराए जाने का फर्जीवाड़ा कोष एवं लेखा जबलपुर से आई टीम द्वारा पकड़ा गया हैं। रोहित सिंह कौशल संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा जबलपुर ने बताया की निवास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से होने वाले भुगतानों में अनियमित्ता पाए जाने पर उक्त जांच की गई ।
पाया गया की विगत मार्च 2018 से लेकर वर्तमान तक तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी के सहयोग से कार्यालय पर अस्थाई तौर पर पदस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर सतीश बर्मन द्वारा मृत कर्मचारी चमरु सिंह सहायक शिक्षक एक अन्य के नाम से 37 लाख रुपए वेतन के तौर पर अपनी पत्नी सविता बर्मन के खाते में जमा करा दिए और अपने एक अन्य रिश्तेदार सुमन बाई के नाम लाखों रुपए की राशि एक अन्य मृत कर्मचारी का वेतन जमा कराया गया। इस प्रकार मृत कर्मचारियों को जीवित और कार्यरथ बताकर की गई धोखा धड़ी जांच का विषय हैं क्योंकि मृत कर्मचारी के मृत्यु प्रमाण सहित समस्त स्वक्तों की कार्यवाही इसी कार्यालय से की जाती हैं फिर मृत कर्मचारी के नाम से चार से पांच वर्षों से निकल रहा वेतन खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय सहित कोषालय के कर्मचारी आधिकारी की मिलीभगत के बगैर केसे हो सकता हैं।
चल रही जांच, और हो सकता है खुलासा खण्ड शिक्षा अधिकारी के अंर्तगत मृत कर्मचारियों के इलावा लगभग 20 से 22 कर्मचारी के खाते में बोगस भुगतान की जाने की जानकारी जांच अधिकारियों द्वारा दी गई हैं इससे यह प्रश्न खड़ा होता हैं की फर्जीवाड़ा करने वाले कंप्यूटर ऑपरेटर अतिरिक्त और भी कितने लोग शासकीय राशि के बंदर वाट पर सम्मिलित हैं। जांच जारी हैं और गबन राशि के साथ इसमें संलिप्त का कर्मचारियों की संख्या बढ़ सकती हैं।