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बेटी के कत्ल की रूह कंपाने वाली स्टोरी:गरबा देखकर लौटते ही 10 साल की बेटी को पटका, प्लायर मारकर सिर फोड़ा; 3 घंटे घर में रखा और तड़पाकर ली जान

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मुरैना में गरबा देखकर देरी से आई 10 साल की बच्ची की निर्ममता से हत्या के मामले में क्रूरता की हदें पार हो गईं। इस रूह कंपा देने वाले मामले में खुलासा हुआ हे कि रविवार शाम को पिता के लिए खाना लेकर गई बच्ची को पहले तो उसने पटक दिया। इसके बाद भी मन नहीं भरा तो प्लायर से उसके सिर पर लगातार मारता रहा। इस दौरान बच्ची लहूलुहान हो गई और तड़पने लगी। बेरहम पिता इसके बाद भी डॉक्टर के पास नहीं ले गया, बल्कि घर के गेट बंद करके उसे होश में लाने का ड्रामा करता रहा। तीन घंटे तक तड़पने के बाद बच्ची की मौत हो गई। इस पूरी वारदात के दौरान मां ने बच्ची को बचाने का प्रयास किया लेकिन उसके साथ भी मारपीट की गई। बच्ची की मौत के बाद मां पास ही जेठ के घर पहुंची और पूरा घटनाक्रम बताया। आरोपी पिता 25 दिन पहले ही मारपीट के मामले में जेल से छूट कर आया था।

पुलिस के अनुसार घटना शाम को 5 या 6 बजे ही घट गई थी। आरोपी ने बच्ची के खून से सने कपड़े धुलवाए तथा अन्दर से ताला डाल दिया था जिससे कोई आ न सके। तीन घंटे तक बच्ची को होश में लाने का प्रयास किया लेकिन उसकी सांस चलती रहीं तथा बाद में वह मर गई। जब बच्ची मर गई तब मां बच्ची के ताऊ के घर पहुंची और बताया कि पति ने बच्ची को मार डाला है। उसके बाद रिश्तेदारों का आना-जाना हुआ और पुलिस को देर रात में सूचना दी गई।

कक्षा सात की छात्रा थी संजना
बता दें, कि संजना पढ़ने में होशियार थी। वह पास में ही स्थित डीडी जैन शासकीय मिडिल स्कूल में पढ़ने जाया करती थी। वह कक्षा सात की छात्रा थी। स्कूल के प्राचार्य योगेन्द्र जादौन ने बताया कि वह नियमित रूप से पढ़ने आया करती थी।

मारपीट के आरोप में जेल जा चुका है आरोपी
आरोपी अपनी पत्नी व बच्चों को आए दिन पीटता था। इसकी वजह से पहले भी जेल जा चुका है। उसने अपनी पत्नी व बच्चों को मारा था जिससे उसकी पत्नी ने उसकी स्टेशन रोड थाने में शिकायत की थी। शिकायत पर पुलिस ने धारा 151 के तहत उसे जेल भेज दिया था। घटना के लगभग 25 दिन पहले ही वह जेल से लौट कर आया था।

पत्नी को मायके में मिला था हिस्सा
उसकी पत्नी मोहन देवी का मायका ग्वालियर में है। उसे अपने पिता के यहां हिस्से में कुछ जायदाद मिली है। इस बात पर आरोपी काम पर ध्यान नहीं देता था तथा हमेशा अपनी पत्नी से मायके से पैसा लाने के लिए झगड़ता रहता था।

रोज शाम को पीता था शराब
आरोपी के बड़े भाई ने बताया कि उसका भाई राकेश जाटव (आरोपी) पहले सूरत में हीरा फैक्ट्री में काम करता था। उसके बाद काम छोड़कर यहां आ गया तथा दिहाड़ी मजदूर बन गया। कभी उसे मजदूरी मिलती तो कभी नहीं मिलती थी। लिहाजा वह दिन भर घर में ही घुसा रहता था तथा शाम को शराब पीने बैठ जाता था। घटना वाले दिन भी उसने शराब पी रखी थी।

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