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बुजुर्ग दंपत्ति ने निभा दी साथ जीने-मरने की कसम, फांसी लगाकर दुनियां से अलविदा, मझगवां के ग्राम सिंघुली का वाक्या

एक साथ सजी दोनों की चिता देख छलछला आईं लोगों की आँखें

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कटनी, यशभारत। कहते हैं कि पति-पत्नी का रिश्ता सात जन्मों का होता है। दोनों अग्नि को साक्षी मानकर जीवन की आखिरी सांस तक एक दूसरे का साथ निभाने और साथ जीने मरने का वचन देते हैं। यह भी सच है कि जिंदगी और मौत का समय भी ऊपर वाला ही मुकर्रर करता है। ये पंक्तियां मझगवां थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सिंघुली में चरितार्थ हो गई। लंबी आयु तक साथ निभाने के बाद 80 और 82 बरस के बुजुर्ग जोड़े ने एक साथ दुनियां को अलविदा कह दिया। साथ जीने की रस्म निभाने के बाद दोनों ने फांसी लगाकर साथ मरने की कसम भी पूरी कर ली। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बुजुर्ग दंपत्ति शारीरिक कष्टों से परेशान थे। इलाज से उनकी परेशानियों का निवारण न हो पाने के कारण दोनों ने एक साथ प्राण त्याग दिए। एक साथ सजी दोनों की चिता को देख ग्रामवासियों की आँखें नम हो गई।

पुलिस के मुताबिक ग्राम सिंघुली निवासी विकल्प कुमार पटेल वर्तमान में एसडीओ पीएचई के पद पर कटनी जिले के स्लीमनाबाद में पदस्थ हैं। स्लीमनाबाद से प्रतिदिन अपने घर सिंघुली आते जाते है। रोज की तरह जब वे ड्यूटी जाने को तैयार हो रहे थे, तभी इस घटना की सूचना मिली। बताया जाता है कि उनके पिता की चाची श्रीमती पार्वती बाई पटैल का घर बस स्टेण्ड सिंघुली में है जो अपने पति राजकुमार एवं छोटे लडक़े धर्मेन्द्र पटैल, बहू प्रीति पटैल एवं बच्चों के साथ रहती थी। सुबह लगभग 8-15 उसके परिवार के चाचा संदीप पटैल ने घर आकर बताया कि छोटी दादी पार्वती पटैल एवं छोटे दादा राजकुमार पटैल दोनों घर मे बनी बेंटीलेटर में लायलोन की रस्सी बांधकर स्वंय के गले में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। दादी पार्वती पटैल 80 वर्ष एवं छोटे दादा राजकुमार पटैल 82 वर्ष ने फांसी लगाकर मौत को गले लगाया। सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया तथा लोग घटनास्थल पहुंचे और पुलिस को सूचित किया। इस दौरान क्षेत्र के लोगों की भीड़ जमा हो गई। हर कोई यही चर्चा कर रहा था कि बुजुर्ग दंपत्ति ने साथ जीने मरने का वादा निभा दिया।

टीवी, हार्ट की बीमारी से थे परेशान

बताया जाता है कि मृतक हार्ट की बीमार से परेशान था तो पत्नी हार्ट और टीवी की बीमार से ग्रस्त थी। दोनों ने बीमारी का इलाज कराया लेकिन आराम नहीं मिल रहा था। जांच में यह बात सामने आई कि पति-पत्नी ने बीमारी से परेशान होकर आत्महत्या की है।

एक साथ हुआ अंतिम संस्कार

प्यार की मिसाल कायम करने वाली इस जोड़ी की एक शवयात्रा निकाली गई। यह दृश्य देखने वालों की आँखें छलछला आई। अंतिम संस्कार भी एक ही चिता पर हुआ। बड़ी संख्या में मौजूद ग्राम वासियों ने दंपत्ति को आखिरी विदाई दी। दोनों की शवयात्रा साथ-साथ निकाली गई. और दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ एक ही चिता पर किया गया

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