बिजली कम्पनी के कर्जदार हैं बड़े सरकारी विभाग : पौने दो करोड़ दबाकर बैठे, कम्पनी भेज रही नोटिस पर नोटिस

कटनी, यशभारत। मार्च क्लोजिंग को अब 2 दिन ही शेष हैं, लेकिन पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी वसूली के अपने लक्ष्य से काफी पीछे चल रही हैं। अब भी बिजली बिलों का करीब 13 करोड़ रुपये उपभोक्ताओं पर बकाया है, जिनमें सरकारी विभाग भी शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक सरकारी विभागों पर बिजली कम्पनी का पौने दो करोड़ बकाया है, जिसमें नगर निगम भी शामिल है। जिला अस्पताल पर भी करीब 14 लाख रुपये बिजली बिल बकाया है। अधिकारियों ने बताया कि बड़े बकायादारों को नोटिस जारी किए गए हैं। बिल अदा न करने वाले करीब 5 हजार उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे जाने की कार्यवाही की जा चुकी है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो चुकी है। चुनाव में बिजली कम्पनी के अफसरों और कर्मचारियों की मदद ली जाती है ऐसे में वसूली और भी पिछड़ सकती है।
मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत कम्पनी के सूत्रों ने बताया कि जनवरी तक 27 करोड़ रुपये बिजली बिल उपभोक्ताओं पर बकाया था, जिसकी वसूली के लिए शक्ति भवन जबलपुर के अधिकारियों के निर्देश भी कटनी के अफसरो को मिले। स्थानीय स्तर पर 100 से ज्यादा टीमें बनाकर पूरे जिले में सक्रिय की गई। लगभग ढाई माह की मेहनत में 12 करोड़ की राशि इन टीमों के माध्यम से वसूली गई, लेकिन 13 करोड़ की राशि अब भी बकाया है, जिसे वसूलने में कम्पनी के अफसरों और कर्मचारियों को पसीना आ रहा है। कम्पनी को आम बिजली उपभोक्ताओं के साथ सरकारी विभागों से भी परेशानी है।
अनेक नोटिसों के बावजूद ये विभाग बिल जमा करने को लेकर उदासीन नजर आ रहे हैं, ऐसे में बिजली कम्पनी के पास एक ही विकल्प है कि इनके कनेक्शन विच्छेद कर दिए जाएं। सूत्रों के मुताबिक नगर निगम पर करीब 32 लाख, रेलवे पर 8 लाख, आदिम जाति कल्याण विभाग पर लगभग साढ़े 7 लाख और बीएसएनएल पर करीब ढाई लाख बिल बकाया है। हाउसिंग बोर्ड पर भी लाखों की देनदारी निकल रही है। बिजली कम्पनी आम उपभोक्ताओं को तो नोटिस भेजकर कनेक्शन काटने का हवाला देकर दबाव में ले आती है, लेकिन सरकारी विभागों पर कड़े एक्शन नही लिए जाते।
इस मामले में बिजली कम्पनी के अफसरों का कहना है की देर सबेर ही सही लेकिन विभागों का पैसा जमा हो जाता है। सवाल मार्च क्लोजिंग का है इसलिए प्रेशर ज्यादा है। एक जानकारी के मुताबिक केवल शहरी क्षेत्र बस की बात करें तो लगभग 89 हजार कनेक्शन है। बड़े बकायादारों के 5000 के लगभग कनेक्शन काटने की कार्यवाही की भी गई। कुछ ने पेनाल्टी के साथ बिल जमा किये तो उनके कनेक्शन जोड़े गए। बिजली चोरी की शिकायतों पर भी कम्पनी के अधिकारी सख्त है। जनवरी के बाद से बिजली चोरी के कई प्रकरण दर्ज किए जाकर न्यायालय में पेश किए जा चुके हैं। अधिकारियों का कहना है लोक अदालत के माध्यम से उपभोक्ता के पास सेटलमेंट का विकल्प रहता है। पिछले दिनों आयोजित हुई लोक अदालत में बड़ी संख्या में मामलों पर समझौता हुआ है।
स्लीमनाबाद टनल कम्पनी भी बकायादारों की लिस्ट में
नगर निगम और जिला अस्पताल के साथ स्लीमनाबाद में टनल निर्माण का काम कर रही पटेल एईडब्लयू कम्पनी भी बकायादारों की लिस्ट में शामिल है। इस पर 1 करोड़ 65 लाख बकाया है, जबकि जिला अस्पताल पर 14 लाख, आरबी स्टोन क्रशर नन्हवारा कला पर 20 लाख, जीडी इंटरप्राइजेज कछगवां पर 11 लाख, अशरफी स्टोन क्रशर पर 9 लाख, केएसके स्टोन क्रशर बरही पर लगभग 18 लाख बिजली बिल बकाया है।
अधीक्षण यंत्री श्रीराम पांडे के मुताबिक इन कम्पनियों को बिल जमा करने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। अधीक्षण यंत्री के मुताबिक बड़े बकायादारों को वे स्वयं फोन करके बिल जमा करने के लिए कह रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वसूली के लिए 100 से ज्यादा टीमें सतत काम कर रही हैंए जबकि कनेक्शन काटने के लिए 5 टीमें मैदान में हैं। 25 टीमें सूची रखकर उपभोक्ताओं से संपर्क में तैनात हैं। ग्रामीण संभाग के हर वितरण केंद्र में टीमों का गठन कर वसूली तेज करने के प्रयास किये गए हैं।
इन विभागों पर इतना बकाया…..
नगर निगम 3252690
पंचायत एवं ग्रामीण विकास 5200294
महिला एवं बाल विकास विभाग 858936
पुलिस विभाग 998830
रेलवे 8000345
आरटीओ 19653
जलसंसाधन 198243
हाउसिंग बोर्ड 242592