बसा रोड खतरनाक : अच्छा हुआ स्कूल बस खाली थी …देखें पूरा वीडियो….
सड़क किनारे बसा गांव के लोगों का अवैध कब्जा, लोग परेशान

जबलपुर,यशभारत। शहर की एमआर—4 सड़क के एकता चौक से जेडीए स्कीम नंबर—41 को जोडऩे वाली सड़क जर्जर है। रोज इस सड़क पर हादसे हो रहे है। खासतौर पर बसा गांव में हालात बद्तर हैं। यहां एक बस फंस गयी थी, वो तो अच्छा था कि उसमें बच्चे सवार नहीं थे, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। यहां यह बताना जरूरी है कि नगर निगम का ध्यान लगातार इस ओर दिलाने के बाद भी निगम अधिकारियों की अनदेखी से रोजाना हादसे हो रहे हैं। कई सालों से लगातार शिकायतों के बाद भी न जाने क्यों जिम्मेदार आंख बंद किए हुए हैं। अब तक तीन निगमायुक्त आए और चले गए । उसके पास लिखित शिकायतें भी की गईं पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। इस मार्ग पर सीसी रोड तो है पर रोड पर शोल्डर नहीं होने के कारण आए दिन वाहन रोड से नीचे उतर जाते हैं। रोज़ 3000 बच्चे इस सड़क को क्रास करते हैं । बशा गाँव के लोगों का भी रोड पर अवैध क़ब्जा होने के कारण यह रोड केवल 12 फ़ीट सीसी ही बची है । जिस कारण स्कूल बसें भी उतर जाती हैं। इसमे सवार बच्चे भी परेशान होते हैं।
लोग बताते हैं कि जबलपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) शहर के आस—पास नया आवासीय क्षेत्र विकसित करने की जवाबदारी संभाल रहा है। इसलिए करीब 15 साल पहले जेडीए ने एमआर—4 सड़क के एकता चौक से भूलन, बसा गांव के आस—पास की जमीन अधिग्रहित की और यहां स्कीम नंबर—41 के तहत पं. ओंकार प्रसाद तिवारी नगर का विकास किया। तभी एकता चौक से स्कीम नंबर—41 को जोडऩे वाली करीब एक किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क का निर्माण कराया गया था। इसके बाद सिर्फ समय गुजरता गया, लेकिन जेडीए या नगर निगम ने इस सड़क का रखरखाव नहीं किया। नतीजा अब यह सड़क बद से बदतर हो गई है। सड़क के किनारे बसा गांव के लोगों कब्जा होने से सड़क सकरी हो गई है। चौपहिया व दुपहिया वाहन गिरने से सवारों के घायल होने की घटनाएं लगभग रोज होती हैं। इस जर्जर सड़क से परेशान नागरिक वार्ड पार्षद, नगर निगम और जेडीए से शिकायत भी कर चुके हैं। नगर निगम और जेडीए के अधिकारी इस सड़क को दोबारा बनाने की जवाबदारी एक—दूसरे पर डालकर बचने की कोशिश करते हैं। यदि इन दोनों विभागों के बीच तालमेल बन जाए, तो नागरिकों की समस्या जल्द खत्म हो सकती है।