बसाड़ी संकुल में लेखापाल का कारनामा, अर्जित अवकाश का आवेदन लेकर गए युवक के साथ नशे में की अभद्रता, वीडियो वायरल

कटनी, यशभारत। बड़वारा विकासखंड के अंतर्गत शिक्षा विभाग में व्याप्त अराजकता का एक और मामला सामने आया है। यहां बसाड़ी संकुल के लेखापाल राजकमल वंशकार का शराब के नशे में एक आवेदक के साथ अभद्रता करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस घटना ने शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़ित राघवेंद्र सिंह ने बताया कि उनके दिवंगत पिता कुशाल सिंह शिक्षा विभाग में कार्यरत थे। उनकी मृत्यु के बाद राघवेंद्र अर्जित अवकाश के लिए आवेदन करने बसाड़ी संकुल गया था। वहां लेखापाल राजकमल वंशकार ने काम के बदले 80 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। जब राघवेंद्र ने रिश्वत देने से इनकार किया, तो लेखपाल ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और काम न करने की धमकी दी। राघवेंद्र ने आरोप लगाया कि लेखपाल ने उन्हें झूठे मामलों में फंसाने की भी धमकी दी।
पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया कि घटना के समय लेखपाल राजकमल वंशकार शराब के नशे में थे। उन्होंने प्राचार्य जवाहर लाल बुनकर से लेखपाल के स्वास्थ्य परीक्षण की मांग की, लेकिन प्राचार्य मौके से चले गए।
पीड़ित राघवेंद्र सिंह ने इस घटना की लिखित शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपी है और लेखपाल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
शिक्षा विभाग में अराजकता
यह घटना बड़वारा विकासखंड के शिक्षा विभाग में व्याप्त अराजकता का एक और उदाहरण है। इससे पहले भी इस क्षेत्र के कई शिक्षकों के शराब के नशे में विद्यालय पहुंचने की खबरें सामने आ चुकी हैं। वही इस पूरे घटनाक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वीपाल सिंह ने पूरे घटना की विस्तृत जांच करने और दोषी पर कार्यवाही करने की बात कही है।कटनी, यशभारत। बड़वारा विकासखंड के अंतर्गत शिक्षा विभाग में व्याप्त अराजकता का एक और मामला सामने आया है। यहां बसाड़ी संकुल के लेखापाल राजकमल वंशकार का शराब के नशे में एक आवेदक के साथ अभद्रता करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस घटना ने शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़ित राघवेंद्र सिंह ने बताया कि उनके दिवंगत पिता कुशाल सिंह शिक्षा विभाग में कार्यरत थे। उनकी मृत्यु के बाद राघवेंद्र अर्जित अवकाश के लिए आवेदन करने बसाड़ी संकुल गया था। वहां लेखापाल राजकमल वंशकार ने काम के बदले 80 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। जब राघवेंद्र ने रिश्वत देने से इनकार किया, तो लेखपाल ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और काम न करने की धमकी दी। राघवेंद्र ने आरोप लगाया कि लेखपाल ने उन्हें झूठे मामलों में फंसाने की भी धमकी दी।
पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया कि घटना के समय लेखपाल राजकमल वंशकार शराब के नशे में थे। उन्होंने प्राचार्य जवाहर लाल बुनकर से लेखपाल के स्वास्थ्य परीक्षण की मांग की, लेकिन प्राचार्य मौके से चले गए।
पीड़ित राघवेंद्र सिंह ने इस घटना की लिखित शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपी है और लेखपाल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
शिक्षा विभाग में अराजकता
यह घटना बड़वारा विकासखंड के शिक्षा विभाग में व्याप्त अराजकता का एक और उदाहरण है। इससे पहले भी इस क्षेत्र के कई शिक्षकों के शराब के नशे में विद्यालय पहुंचने की खबरें सामने आ चुकी हैं। वही इस पूरे घटनाक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वीपाल सिंह ने पूरे घटना की विस्तृत जांच करने और दोषी पर कार्यवाही करने की बात कही है।







