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बर्फीली हवाओं से तीखे हुए ठंड के तेवर: अमरकंटक में पारा 3 डिग्री पहुंचा ऐसी कंपकंपी की घरों में दुबके लोग

जबलपुर,यशभारत। इस सीजन की पहली कड़ाके की ठंड रविवार सुबह रही। गुजरते साल के अंतिम दिनों में आखिरकार लोगों को कंडकडाती ठंड का अहसास होने लगा है। उत्तर भारत से आ रही गला देने वाली सर्द हवाओं के कारणजबलपुर समेत महाकोशल के ज्यादातर इलाके कड़ाके की ठंड से कांप उठे हैं।
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जहां जबलपुर में आज सुबह का तापमान विंड चिल फैक्टर के कारण 5.3 रहा जो सामान्य से 6 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। यह अब तक का सबसे कम तापमान है। वहीं मंडला में यह 4.4 डिग्री सेल्सियस रहा। सर्द हवाओं से शहर में ठिठुरन बढ़ गई है। अब अलाव की आवश्यकता महसूस होने लगी है। सुबह और रात में शीतलहर का कर आम जनजीवन पर स्पष्ट देखा जा रहा है। सुबह देर से होती है और रात सड़कों पर जल्दी सन्नाटा पसर जाता है।

मौसम में इस बदलाव से एक बार फिर जनजीवन प्रभावित हो गया है। सुबह-सुबह नौनिहालों को शीतलहर की ठिठुरन में स्वूसल जाने की मजबूरी सताने लगी है। मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि पारा अभी और लुढ़केगा, जिससे ठण्डके तेवर तीखे होने के आसार हैं। इस सीजन में पहली बार दिन का तापमान औसत से 5 डिग्री नीचे उतरा औरठंडी बफॉली हवाएं चली। उत्तर भारत के दिल्ली में हुई ओलावृष्टि, हिमाचल में हुई बर्फबारी के बाद ठण्ड का प्रकोप बढ़ा है।

शीतलत्तर कहर बरपाने लगी है। शीतलहर अब कहर बरपा रही है। आगामी 24 घंटों के दौरान मौसम शुष्क रहने और तापमान में गिरावट की संभावना व्यक्त की गई है।मौसम विभाग के बीजू जैकब ने बताया कि अभी दो- या तीन दिन ऐसी ही ठंड पडऩे की संभावना है। इसके बाद उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के पहुंचने से मौसम बदल सकता है।

जबलपुर संभाग में विंड चिल फैक्टर प्रभावी रहा। इस कारण आज का दिन बहुत ठंडा रहा। इसका मतलब यह है कि बर्फीली और सर्द हवा के कारण ठंडक भी चिलिंग में बदल गई थी। इससे हमारे शरीर को भी ठंडक ज्यादा महसूस होती है। फिलहाल किसी वेदर सिस्टम के सक्रिय नहीं रहने से आसमान साफ है। हवा का रुख लगातार उत्तरी बना हुआ है।

उत्तर भारत की तरफ से आ रही सर्द हवाओं के कारण दिन-रात के तापमान में तेजी से गिरावट हो रही है। आज शीतलहर चलने के आसार हैं। इसके साथ ही कहीं-कहीं फसलों पर पाला पडऩे की भी आशंका है। मौसम का इस तरह का मिजाज अभी दो-तीन दिन तक बना रहने की संभावना है। 22 दिसंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। उसने प्रभाव से हवाओं का रुख बदलेगा। इससे रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। लोग सुबह से गर्म कपड़ों में दुबके रहे। ठंड ने ऐसा जोरा मारा की कई स्थानों पर लोग ठंड से बचने आग का सहारा ले रहे हैं। फुटपाथ पर रहने वाले भी कचरा, पन्नी जलाकर ठंड से बचने के जतन कर रहे। शनिवार को दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम होकर 21.2 डिग्री रिकार्ड किया गया था। रविवार को सीजन का सबसे ठंडा दिन रिकार्ड किया गया। उसी तरह सीजन की सबसे सर्द रात 31 जनवरी 2021 को दर्ज की गई थी। मौसम विभाग में दर्ज आंकड़ों की माने तो 31 जनवरी को रात का न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था।

अमरकंटक में तापमान तीन डिग्री
रविवार को अनूपपुर जिले के अमरकंटक में सुबह तापमान तीन डिग्री दर्ज हुआ। यहां घास पर ओस जम गई थी जो पूरी तरह से सफेद नजर आई। पिछले 24 घंटे से बर्फीली हवाओं से पूरा जिला ठिठुर रहा है। रविवार सुबह गलन भरी ठंड ने लोगों को कंपकंपाने के लिए मजबूर कर दिया।

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