बक्सवाहा जंगल से हीरा निकालने के लिए चार लाख पेड़ों को काटे जाने के विरुद्ध याचिका
जबलपुर, । नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में बक्सवाहा जंगल में हीरा खदान के लिए चार लाख वृक्ष काटे जाने के विरुद्ध याचिका स्वीकार करने की मांग के साथ आवेदन प्रस्तुत किया गया है। यह जानकारी याचिकाकर्ता नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के अध्यक्ष डा.पीजी नाजपांडे के अधिवक्ता प्रभात यादव ने दी।
उन्होंने अवगत कराया कि मध्य प्रदेश शासन ने 19 दिसम्बर को एस्सेल माइनिंग कंपनी को लेटर आफ इंटेंट जारी किया है। इसके तहत कंपनी ने 27.52 करोड़ रुपये जमा किए हैं, जिसके आधार पर कंपनी की हीरा खदान योजना स्वीकृत कर ली गई है। फारेस्ट क्लियरेंस के लिए भारत सरकार ने वन सलाहकार समिति भी गठित कर दी है। खदान के लिए 364 हेक्टेयर में काटे जाने वाले जंगल की पूर्ति के लिए पौधारोपण योजना को छतरपुर के वन संरक्षण ने स्वीकृति दी है। साथ ही 382.131 हेक्टेयर भूमि आवंटित कर दी गई है। बक्सवाहा जंगल में खदान के कारण विस्थापित आदिवासियों को उनके वनाधिकार देने की प्रक्रिया कलेक्टर छतरपुर ने पूर्ण कर ली है। ऐसे में मामले पर सुनवाई आवश्यक है। इसी मंशा से आवेदन प्रस्तुत किया गया है।
ट्रैक्टर ट्राली चोर को एक वर्ष की जेल, पांच सौ जुर्माना
जबलपुर। प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी कोर्ट ने ट्रैक्टर ट्राली चोरी करने के आरोपित पाटन निवासी मनीष चौधरी का दोष सिद्ध होने पर एक वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई। साथ ही पांच सौ रुपये का जुर्माना भी लगाया। अभियोजन की ओर से सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी दुर्गेश ताराम ने पक्ष रखा।
उन्होंने दलील दी कि फरियादी ग्राम उड़ना सड़क निवासी किसान राघवेन्द्र सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें आरोप लगाया गया था कि वर्ष 2000 में ट्रैक्टर सोनालिका व ट्राली कम्पलीट खरीदी थी। ट्रैक्टर व ट्राली का उपयोग खेतों में करता था। करीब तीन माह पूर्व ट्राली उसने अपने खेत में रख दिया था। जब खेत पर गया, ट्राली नहीं मिली। जिसकी कीमत एक लाख पच्चीस हजार रूपये थी। पुलिस ने अपराध दर्ज कर चोरी को पकड़ लिया।