
जोधपुर के सेंट्रल जेल में तीन बंदियों को प्राइवेट पार्ट में गुटखा ले जाते पकड़ा गया। उद्याेगशाला से जब कैदियों को वापस बैरक भेजा जा रहा था उस समय जेल प्रहरी को कैदियों के पास कुछ छुपे होने का अंदेशा हुआ। इस शक पर उन्होंने डिस्पेंसरी भेजा वहां सोनोग्राफी करने पर पता चला कि कैदियों के पेट में पोलिथिन है। ऐसे में तीन बंदियों के पेट से 77 गुटखे के पाउच निकाले। जेल प्रहरी की शिकायत पर रातानाडा थाने में मामला दर्ज हुआ।
रातानाडा थानाअधिकारी भरत रावत ने बताया कि ओसियां के थोब स्थित जसनाथपुरा हाल सेंट्रल जेल के प्रहरी मोतीराम ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि शनिवार शाम 4 बजे जेल उद्योगशाला से कैदियों को मुख्य जेल ले जाया जा रहा था। इस बीच पाली के रानी स्थित जवाली निवासी रमेश बाड़मेर के गडरा पादा निवासी पदमाराम उर्फ पदिया और सिरोही के पिंडवाड़ा निवासी राजू उर्फ राजेंद्र की आरएसी तलाशी कक्ष में आरएसी जवान तलाशी ले रहे थे। उनको कुछ संदिग्ध लगा तो तीनों को जेल डिस्पेंसरी ले गए। इस पर बंदी रमेश ने पॉलीथिन की 4 थैली प्राइवेट पार्ट से निकालकर दी, जिनमें गुटखे के 4-4 ग्राम के 25 पाउच मिले। दूसरे बंदी पदमाराम ने भी छुपाकर रखी पॉलीथिन की 5 थैली निकालकर दी, जिनमें 4-4 ग्राम के 28 पाउच निकले। तीसरे बंदी राजू उर्फ राजेंद्र ने भी प्राइवेट पार्ट से पॉलीथिन की 5 थैलियां निकालीं, जिनमें गुटखे के 4-4 ग्राम के 24 पाउच व जर्दे की पुडी थी।