पुलिस ने सात वर्ष से लापता नाबालिग को किया दस्तयाब
मंडला|घुघरी विकासखंड में विगत सात वर्ष पूर्व एक नाबालिग लड़की को किसी अज्ञात व्यक्ति ने बहला फुसला कर ले गया था। जिसकी शिकायत नाबालिग के परिजनों ने घुघरी थाने में दर्ज कराई थी। इस नाबालिग की लगातार पतासाजी की जा रही थी, लेकिन कोई पता नहीं चल रहा था। सात वर्ष बाद लपता नाबालिग को घुघरी पुलिस ने दिल्ली से दस्तयाब कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। जानकारी अनुसार विगत 15 फरवरी 2018 को घुघरी थाना में एक प्रार्थी द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि उसकी नाबालिग लड़की को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा बहला फुसला कर भगाकर ले गया है। जिस पर थाना घुघरी में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गई। मंडला पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित वर्मा के निर्देशन में एसडीओपी बिछिया श्रीमती अर्चना अहीर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी घुघरी द्वारा 7 वर्ष पूर्व लापता अपर्हता के दस्तयाब के लिए टीम बनाई गई। बताया गया कि विवेचना के दौरान मामले के आरोपीगण शिवचरण धुर्वे एवं रंजीत सिंह धुर्वे निवासी उसरीगुंदी एवं अनिल पट्टा निवासी सरईटोला थाना क्षेत्र घुघरी द्वारा मामले के अपहर्ता को भगाकर दिल्ली में काम दिलाने के बहाने ले जाकर मोहम्मद मोइनुल हक के माध्यम से दिल्ली से विभिन्न स्थानों पर घरेलू काम पर लगा दिया गया। अपहर्ता नाबालिग की पुलिस द्वारा लगातार पतासाजी की जा रही थी। इसी दौरान नाबालिग की जानकारी घुघरी पुलिस को मिली। जानकारी मिलते ही आरोपीगण को गिरफ्तार किया गया और माननीय न्यायालय में पेश किया गया। नाबालिग को दस्तायब कर सुरक्षित परिजनों के सुपुर्द कर दिया। मामले में आरोपीगण के विरुद्ध अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
इस कार्यवाही में एसडीओपी बिछिया श्रीमती अर्चना अहीर, थाना प्रभारी घुघरी वेदराम हनोते, उपनिरीक्षक मनोज गौतम, उपनिरीक्षक वंदना शर्मा, सहायक उप निरीक्षक गजानन मरकाम, आरक्षक जयश्री समेत स्टॉफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।