देशमध्य प्रदेशराज्यविदेश

पीएम मोदी ने यूक्रेन से राष्ट्रपति जेलेंस्की से बात की, फोन पर 35 मिनट हुए ये चर्चा

रूस यूक्रेन युद्ध का 7 मार्च 2022, सोमवार को 12वां दिन है। यूक्रेन के शहरों पर रूस के हमले जारी है। ताजा खबर है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से फोन पर बात की। 35 मिनट की चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने जेलेंस्की से ताजा हालात की जानकारी ली। साथ ही वहां फंसे भारतीयों की सुरक्षित वापस पर भी बात हुई। भारतीयों की सुरक्षित वापसी में यूक्रेन और वहां की सरकार की मदद के लिए पीएम मोदी ने आभार जताया। अब थोड़ी देर में पीएम मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी बात करेंगे।इससे पहले यूक्रेन सरकार अपील कर चुकी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करें और इस युद्ध को रोकने में मदद करे।

रूस यूक्रेन जंग का असर, 1500 अंक गिरा शेयर बाजार

रूस और यूक्रेन की जंग जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, दुनिया पर इसके आर्थिक परिणाम साफ दिखाई देने लगे हैं। क्रूड आयल रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया है। सोना महंगा हो गया है। इसका असर कई देशों के शेयर बाजारों पर पड़ा। भारतीय शेयर बाजार भी अछूता नहीं है। सोमवार को सेंसेक्स 1500 से अधिक अंकों की गिरावट के साथ खुला। सुबह 9.37 बजे BSE 1,569 अंक या 2.89% की गिरावट के साथ 52,764.70 पर रहा, वहीं NSE में 446 अंकों की गिरावट रही और यह 15,799.15 पर था। आशंका जताई जा रही है कि दिन में और गिरावट देखने को मिल सकती है।

यूक्रेन में लड़ रहे तीन हजार अमेरिकी

यूक्रेन में छिड़े युद्ध में यूक्रेनी सैनिक, वहां के नागरिक और विदेश से आए यूक्रेनी मूल के 62 हजार से ज्यादा लोग लड़ रहे हैं। ब्रिटेन और लातविया की सरकारों ने अपने नागरिकों को यूक्रेन युद्ध में स्वेच्छा से शामिल होने की अनुमति दे दी है। लेकिन पता चला है कि तीन हजार अमेरिकी नागरिक भी यूक्रेन आकर रूसी सेना से लड़ रहे हैं। इसके अतिरिक्त पड़ोसी देश बेलारूस और जार्जिया के नागरिक भी रूसी सेना के खिलाफ युद्ध में शामिल हैं। हाल ही में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने दुनिया भर के लोगों से यूक्रेन आकर रूस के खिलाफ युद्ध में शामिल होने का आह्वान किया था। इसके बाद खबर आई कि यूक्रेन में 16 हजार विदेशी नागरिक आकर लड़ रहे हैं। यूक्रेन को अमेरिका, ब्रिटेन समेत 19 देशों से बड़ी संख्या में हथियार और उन्हें चलाने का प्रशिक्षण मिला है। यूक्रेन अब उन्हीं के दम पर रूस की नाक में दम किए हुए है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button