पहले मिली शाबाशी फिर गोरखपुर थाना प्रभारी को भेजा लाइन
जबलपुर, यशभारत।
पुलिस महकमा में गोरखपुर थाना प्रभारी पर लाइन अटैच की कार्रवाई को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा द्वारा गोरखपुर थाना प्रभारी अर्चना नागर पर लाइन अटैच की कार्रवाई की गई। कार्रवाई का मुख्य कारण लापरवाही बताया गया है। लेकिन यहां जानकर हैरानी होगी कि थाना प्रभारी ने बीते दिनों मंडवा बस्ती में हुए 307 प्रकरणों का निपटारा और आरोपियों को पकडऩे में सफलता प्राप्त की थी जिसको लेकर एसपी ने बधाई भी दी थी। साथ ही 420 के प्रकरणों को निपटाने में गत दिवस थाना प्रभारी को 500 रूपए का इनाम भी दिया गया था। इसके बाबजूद थाना प्रभारी को लापरवाह मानकर लाइन अटैच की कार्रवाई की गई।
जिसको लेकर पुलिस विभाग में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। इस कार्यवाही से जनता भी हैरान हैं कि आखिर लाइन अटेच क्यों किया,। उनकी कार्यप्रणाली से जनता में अप्रिय तत्वों का भय कम हो गया था। जुआ ,सटा खिलाने वाले भाग खड़े हो गए थे
क्षेत्रीय लोगों में दिखा आक्रोश
थाना प्रभारी पर लाइन अटैच की कार्रवाई को लेकर क्षेत्रीय लोगों में भी आक्रोश देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने थाना प्रभारी से मुलाकात कर कार्रवाई लेकर चर्चा की।
आरोपियों को सजा दिलाने में कई बार मिला पुरस्कार
गोरखपुर थाना प्रभारी अर्चना नागर को अनेक बार आरोपियों को सजा दिलाने में पुरस्कार-प्रशंसा मिल चुकी है। यह किसी से छिपा नहीं है कि गोरखपुर थाना प्रभारी की कार्यशैली कैसी थी। हत्या हो या फिर 307 के प्रकरण या फिर अन्य कोई मामले सभी में थाना प्रभारी ने तत्परता से कार्य करते हुए आरोपियों को जेल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। पूरे प्रकरण को लेकर थाना प्रभारी से दूरभाष में चर्चा करना चाही लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।