पश्चिमी विक्षोप से मौसम ने ली फिर करवट हवाओं के चक्रवात ने कराई बूंदाबांदी
जबलपुर । कर्नाटक से पूर्वी मप्र तक बने हवा के कम दबाव क्षेत्र के कारण जबलपुर में एक बार फिर मौसम ने करवट ली। गुरुवार की रात को हुई हल्की बारिश के बाद शुक्रवार की सुबह और दोपहर में बूंदाबांदी होती रही। दोपहर बाद आसमान बादलों से ढक गया था। मौसम विभाग का कहना है कि अगले २४ घंटों के दौरान भी मौसम ऐसा ही बना रहेगा। बादलों की बसाहट के कारण तापमान में वृद्धि हुई है तो वही बारिश के कारण दिन का तापमान नीचे खिसका। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर पूर्वी मध्यप्रदेश के ऊपर एक बार फिर हवा के कम दबाव का क्षेत्र बनने से बूंदाबांदी के आसार बन गये हैं। शुक्रवार को सुबह से आसमान पर हल्की बादलों की परत रही और दोपहर में बूंदाबांदी के बाद फिर आसमान पर बादल छाए रहे। यद्यपि बूंदाबांदी से गरमी के प्रभाव में कोई कमी नहीं आई। मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोप की वजह से मौसम एक बार फिर मिजाज बदलने जा रहे हैं। अगले २४ घंटों के दौरान संभाग के अनेक स्थानों पर गरज चमक के साथ पानी की बौछारें पड़ने की संभावना है।
स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अरब सागर से नमी भरी हवाओं के साथ बादलों ने आमद दर्ज कराई है, वहीं राजस्थान और हरियाणा के पश्चिमी विक्षोप का असर उत्तर पश्चिमी मध्यप्रदेश के ऊपर पड़ा है। ऊपरी हवाओं का चक्रवात बनने से कहीं कहीं बूंदाबांदी और कहीं कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। पिछले २४ घंटों के दौरान नगर का अधिकतम तापमान ३१.४ डिग्री सेल्सियस सामान्य से ४ डिग्री कम दर्ज किया गया, न्यूनतम तापमान २२.८ डिग्री सेल्सियस सामान्य से ३ डिग्री अधिक दर्ज किया गया। हवा में नमी प्रातःकाल ४१ प्रतिशत और सायंकाल ४७ प्रतिशत आंकी गई। सूर्योदय सुबह ६.२ बजे और सूर्यास्त शाम ६.२६ बजे हुआ। प्रदेश में सबसे कम १६.८ डिग्री तापमान उज्जैन जिले में दर्ज किया गया। जबकि सबसे अधिक ३९ डिग्री तापमान दमोह में दर्ज किया गया। पश्चिमी हवायें ५ से ६ किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलीं। अगले २४ घंटों के दौरान संभाग के अनेक स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश होने के आसार हैं।