सात दिन पहले ही पत्नी ने पति की हत्या की स्क्रिप्ट लिख ली थी। हत्या से तीन दिन पहले पत्नी ने मोबाइल बंद कर लिया था। पुरानी सिम हटाकर नया नंबर ले लिया था, लेकिन पुराने सिम संभालकर रखे थे, जिससे पुलिस को उसके पुराने नंबर पता चल गए। फोन ने ऐसा खुलासा किया कि पुलिस भी हैरान रह गई। बीते कई महीने से महिला अपने प्रेमी से रात-रात भर फोन पर बात करती थी। उसके मोबाइल से 10 सिम कार्ड भी मिले थे। जिनमें चार सिम एक्टिव थी जो हाल ही में खरीदी थीं। मंगलवार को तीनों आरोपियों को बेलगढ़ा पुलिस ने कोर्ट में पेश किया है। जहां से कोर्ट ने तीनों को जेल भेज दिया है।
यह है पूरी घटना
6 सितंबर को चीनोर थाना पुलिस को बड़ी नहर में एक शव उतराता हुआ मिला था। शव को निगरानी में लेकर पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो कुछ दिन बाद मृतक की शिनाख्त देवरीं कला निवासी 30 वर्षीय परीक्षित रावत के रूप में हुई थी। उसकी शिनाख्त भी ऐसे हुई कि जिस दिन शव मिला था उसी दिन करहिया में एक युवती का शव मिला था। पुलिस को लगा कहीं दोनों बॉडी में कोई कनेक्शन तो नहीं है। कनेक्शन तलाश करते-करते शव की शिनाख्त परीक्षित के रूप में हुई। पता लगा कि बेलगढ़ा थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज है।
इसके बाद पुलिस ने इस मामले में कॉल डिटेल और सुराग से सुराग निकालकर 52 दिन बाद पूरे मामले का खुलासा किया। परीक्षित की हत्या शव मिलने के 52 दिन पहले उसके ही घर में लव ट्राएंगल के चलते हुई थी। उसकी पत्नी बसंती रावत का गांव के ही एक 20 वर्षीय छात्र मनीष रावत से प्रेम प्रसंग चल रहा था। यही कारण था कि उसने मनीष के साथ मिलकर पति की गला दबाकर हत्या कर दी थी। मनीष ने अपने एक अन्य दोस्त रविन्द्र रावत की मदद से शव को ठिकाने लगाया था। अब पूरे मामले का खुलासा हो गया है।
ऐसे बनाया पति की हत्या का प्लान
बसंती रावत के मोबाइल फोन और उनमें मिले अलग-अलग नंबरों से पता चलता है कि वह बड़ी शातिर है। दिन रात जिस पति के साथ रहती थी। उसको भी अपने शातिर होने का अहसास नहीं होने दिया। पिछले 3 महीने से वह पति की आंखों में धूल झोंक रही थी। उसके पति को नशे की आदत थी। नशे में धुत होकर वह सो जाता था। उसके बाद रात को 11 बजे से बसंती अपने प्रेमी मनीष से बात करना शुरू करती थी। यही बात सुबह 5 बजे तक चलती थी।
इसके बाद वह सुबह देर से सोकर उठती थी। जिस पर पति ने उसे कई बार पीटा भी। हत्या से 7 दिन पहले बसंती ने पति के चांटा मारने के बाद मन में ठान लिया था कि उसके साथ नहीं रहना है। इसलिए उसने प्रेमी को मैसेज किया था कि इस बार इसके लिए करवा चौथ का व्रत नहीं रखना चाहती है। मनीष इशारा समझ गया था। दोनों को सही दिन का इंतजार था।
हत्या से तीन दिन पहले नंबर बदल लिया
पुलिस को पूछताछ में कातिल पत्नी ने बताया है 7 दिन पहले हत्या की प्लानिंग की और हत्या से पहले उसने अपने मोबाइल नंबर बदल लिए। मोबाइल में नए सिम कार्ड डालकर नए नंबर से बातचीत शुरू की। इससे किसी कोई संदेह हो तो उसके मोबाइल रिकॉर्ड से कुछ नहीं मिले। पुलिस ने उसके मोबाइल से 10 के लगभग सिम कार्ड भी बरामद किए थे। जिनमें से 4 सिम कार्ड नए और एक्टिव थे। मंगलवार को सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उनको जेल भेज दिया गया है।