पटरी से उतरी ट्रैफिक व्यवस्था: रोज लहू से लाल हो रही सड़कें: त्योहारी सीजन में बढ़ते ट्रैफिक से निपटने प्रशासन के पास नहीं है कोई प्लान
मण्डलाl शहर के मुख्य मार्गो में सितबंर माह से ही त्योहारी सीजन शुरू हो गया है। गणेशोत्सव के बाद पितृपक्ष और फिर नवरात्र और दीपावली के लिए बाजार में चहल पहल बढ़ जाएगी। इसके पहले पार्किंग की व्यवस्था नहीं बनाई गई तो आम जन को जाम में फंसना ही होगा। इसके साथ ही बढ़ते ट्रैफिक के दबाव के कारण रोज सड़के लहू से लाल हो रही है भीषण सड़क दुर्घटनाओं में मासूम अपनी जान गवा रहे हैं लेकिन इस स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन के पास कोई पुख्ता प्लान नहीं है।
जानकारी अनुसार अधिक समस्या रेडक्रास के सामने हैं। यहां तिराहे के आसपास दुकानें सजी रहती हैं। जिसमें फल, सब्जी, टोकनी, झाडू़ आदि शामिल है। वहीं दुकानों में पहुंचने वाले ग्राहक भी अपने वाहन रेडक्रास के सामने लगा देते हैं।
चौड़ीकरण के बाद भी नहीं बदले हालात
बड़ चौराहा से नेहरू स्मारक तक नगर पालिका ने मार्ग चौड़ीकरण का कार्य कराया है। लेकिन शहर में हालत नहीं बदले हैं। जहां दर्जनो पेड़ों को काटकर सड़क बनाई गई है। वहां अब दो पहिया वाहनों की अव्यवस्थित पार्किग हो रही है। चौपाटी के सामने नजारा देखा जा सकता है। 40 फीट की सड़क में 10 फीट में ही लोग अवागमन कर रहे हैं। पार्किंग और अतिक्रमण से आम नागरिक से लेकर व्यापारी भी परेशान हैं। चिलमन चौक से पड़ाव मार्ग में दिन में कई बार जाम लगता है। खास तौर पर दोपहर के समय जब स्कूलों की छुट्टी होती है तो जाम में स्कूली वाहन हमेशा ही जाम में फंस जाते हैं। वहीं सीवर लाइन के गड्डों की मरमत करने के लिए बार बार मार्ग जाम किया जा रहा है। अतिक्रमण से जो कुछ कसर बची थी वह सीवर लाइन के लिए खोदी गई क्षतिग्रस्त सड़क ने पूरी कर रही है। बस स्टैंड के सामने से पड़ाव तक जाने वाले मार्ग व्यावासियक क्षेत्र बन गया है। सकरे रास्ते में एक दर्जन से अधिक कपड़े, जूत्ते चप्पल, बर्तन आदि की थोक एवं फूटकर दुकाने खोल ली गई है। दुकानों के कारण मार्ग में आने जाने वाले लोगों संया भी बढ़ी है। वहीं सीवर लाइन के लिए पाइप बिछाने के छह माह बाद भी मार्ग की तरीके मरमत नहीं हो सकी है। वाहनो को निकलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।