नाग पंचमी :50 से अधिक सर्पों को किया गया रेस्क्यू ;सपेरों के पास मिले दुर्लभ नाग
बज़राम सपेरा कोन्यूज़जा
जबलपुर यश भारत| नाग पंचमी पर नागों को पिटारे में बंद कर घूमने वाले सैपरों पर वन विभाग ने आज सीधी कार्रवाई करते हुए 50 से अधिक नागों को चित्रित किया है, इसमें खास बात यह है कि कुछ नाग ऐसे हैं जो दुर्लभों की कार्रवाई के बीच में हैं। सपेरों को भी नया नाम दिया गया है|
वनपाल गुलाब सिंह परिहार ने बताया कि हिंदू धर्म में नागपंचमी पर्व पर नागों के दर्शन और पूजा करने से पुण्य मिलता है। बनी पिटारी में खाना बनाकर रखा जाता है और उन्हें खाना रखा जाता है, यातना दी जाती है। इसके बाद उनके प्रदर्शन कर पैसे कमाए जाते हैं|
पांच टीम सक्रिय
जानकारी अनुसार गुलाब सिंह वनपाल ने बताया कि नाग पंचमी को लेकर वन विभाग की पांच टीम सक्रिय हैं जिसमें तीन प्रमुख टीम शहरी क्षेत्र में लगातार कारवाइयां कर रही हैं आज कार्रवाई के दौरान जबलपुर रेलवे स्टेशन ,बस स्टैंड ,अधारताल , गोकलपुर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी टीमों ने कार्रवाइयों की इस दौरान 50 से अधिक सांपों को रेस्क्यू किया जा चुका है फिलहाल कार्रवाई जारी है|
अनेक दुर्लभ सांपों को किया रेस्क्यू
वन विभाग ने मौके से जानकारी देते हुए बताया कि कार्रवाई के दौरान अनेक दुर्लभ नाग सपेरों के पास पाए गए जिसमें बड़ी संख्या में वह सर्प है जिनकी लंबाई 5 फुट से ज्यादा है और देखने में भयावह है वही सपेरों ने पकड़े जाने पर बताया कि यह उनका पुश्तैनी कार्य है और वह पीढ़ियों से इस कार्य को करते आ रहे हैं सर्प को पकड़ने के बाद वह उसके विश्व दंत निकाल देते हैं ताकि खतरा न हो|
रखते हैं भूखा प्यासा
वन विभाग की टीम ने बताया कि सपेरे घने जंगलों से सांपों को पकड़ते हैं और उन्हें कई दिनों तक भूखा प्यासा रखते हैं, जिसके बाद सांपों को जंगलों में बंद कर गांवों में प्रदर्शन के लिए भेजा जाता है। वेटरनरी स्टोक्सया के लिए उपचार के लिए सुरक्षित पकड़ सुनिश्चित करें।