धर्म की जय से गूंज उठी संस्कारधानी : द्वय शंकराचार्य के आगमन पर निकली भव्य शोभायात्रा, जगह-जगह स्वागत
जबलपुर यशभारत। लंबे समय बाद आज संस्कारधानी में सनातन धर्म की जय का उद्घोष सुनाई पड़ा। सनातनी परंपरा के दो शीर्षस्थ ध्वजवाहक, नव प्रतिष्ठित श्री द्वारका शारदा एवं ज्योतिष पीठाधीश्वर जगद गुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंदजी महाराज एवं स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज का आज रविवार को शंकराचार्य पद पर प्रतिष्ठापना के बाद प्रथम नगर आगमन हुआ। सड़क मार्ग से दमोहनाका आने के बाद दोनों पूज्यश्री को भक्तों ने सनातन धर्म की जय के उदघोष के साथ रथ पर रथारूढ़ किया गया। फूलों से सजे रथ पर विराजित शंकराचार्यद्वय के स्वागत में संस्कारधानी वासियों ने पलक-पांवड़े बिछा दिये। स्वागत यात्रा में महाराजद्वय के विलंब से पहुंचने के कारण श्रद्धालु कड़ी धूप में परेशान भी हुए, लेकिन चूंकि उत्साह अधिक था, इस कारण धूप भी धर्ममयी चांदनी सी लगी।
शहीद स्मारक में धर्मसभा
महाराजश्री की स्वागत यात्रा दमोहनाका से प्रारंभ हुई, जिसके दोपहर बाद शहीद स्मारक पहुंच कर विराट धर्मसभा में परिवर्तित होने की जानकारी आयोजन समिति से जुड़े ब्रम्हचारी चैतन्यानंद जी महाराज द्वारा दी गई। धर्मसभा में महाराजश्री के उद्बबोधन से पूर्व उनका विभिन्न धार्मिक-सामाजिक संस्थाओं के द्वारा अभिनंदन भी किया जायेगा। स्वागत यात्रा दमोह नाका से प्रारंभ होकर मिलौनीगंज, सुभाष टाकीज, सराफा, कमानिया, बड़ा फुहारा, लार्डगंज, सुपर बाजार, मालवीय चौक होते गोलबाजार पहुंची।