दुआएं बांटने वाले वर्ग से नहीं ली जा सकी लोकतंत्र की खुशहाली की दुआएं :सागर विधानसभा क्षेत्र में 01 भी किन्नर ने नहीं डाला अपना वोट
सागर यश भारत (संभागीय ब्यूरो)/ लोकसभा चुनाव में मतदान बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग द्वारा चलाए गए जागरूकता अभियान के बावजूद चुनाव आयोग समाज के उस वर्ग से लोकतंत्र की मजबूती और खुशहाली की दुआएं लेने में सफल नहीं हो पाया है, जिनसे लोग सुख शांति की दुआ लेने को लालायित रहते हैं। यह रोचक बात सागर लोकसभा क्षेत्र के लिए हुए मतदान में सामने आई है।
सागर लोकसभा क्षेत्र में पिछले दिनों संपन्न हुए मतदान के लिए पूरे लोकसभा क्षेत्र में थर्ड जेंडर के रूप में कुल 41 किन्नर मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें सागर जिले की 05 विधानसभा में 27 तथा विदिशा जिले के अंतर्गत आने वाली 03 विधानसभा में 14 किन्नर मतदाता पंजीकृत हैं। अकेले सागर विधानसभा क्षेत्र में 12 किन्नर मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें से किसी ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया है।
जबकि बीना में 04 में से 01, खुरई में 06 में से 01 तथा सुरखी में 02 में से 01 किन्नर ने अपने अधिकार का प्रयोग किया है। जबकि विदिशा जिले के सिरोंज में 12 में से 09 तथा शमसाबाद में 02 में से 01 किन्नर ने अपने अधिकार का प्रयोग किया है। इस तरह से सागर जिले के 27 में से कुल 03 तथा विदिशा जिले के 14 में से 10 किन्नर मतदाताओं ने अपने अधिकार का प्रयोग किया है। इस प्रकार पूरे लोकसभा क्षेत्र में दर्ज 41 में से महज 13 किन्नर मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।
पिछले कई चुनावों में जहां किन्नर वर्ग से कई प्रत्याशियों ने विभिन्न स्तरों पर चुनाव लड़ा है। वहीं मतदाता जागरूकता बढ़ाने में भी इनका सहयोग लिया जाता रहा है। लेकिन इस बार के लोकसभा चुनाव में प्रदेश में कहीं भी किन्नर प्रत्याशी मैदान में नहीं उतर सका। वही मतदान के प्रति उनकी उदासीनता तथा चुनाव आयोग के जागरूकता अभियान के साथ साथ लोकतंत्र के प्रति उनके भरोसे पर भी सवालिया निशान उठ खड़े हुए हैं।