डेंगू को लेकर मैदान में उतरी स्वास्थ विभाग की 9 टीमें: मौत और संदिग्ध मरीज सामने आने के बाद विभाग सक्रिय
जबलपुर, यशभारत। कोरोना संक्रमण के बाद डेंगू शहर में पैर पसार रहा है। इसी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। स्वास्थ विभाग की 9 टीमें जांच-पड़ताल के लिए उतरी है। संदिग्धों की पहचान जारी है उन क्षेत्रों में टीमें दौरा कर रही है जहां पर पानी का भराव जाता है।
सीएमएचओ रत्नेश कुरारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि डेंगू के मरीज सामने आने के बाद लगातार जांच अभियान चल रहा है। शहर के विभिन्न कॉलोनियों और क्षेत्रों में जाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लोगों से अपील की जा रही है कि वह अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें। स्वास्थ्य और नगर निगम की टीमें दोनों मिलकर काम कर रही है। संदिग्ध स्थानों पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
शहर में इन क्षेत्रों में डेंगू की दस्तक
शहर में रांझी, मोहनिया, सिद्धबाबा, मिलौनीगंज, सिंधी कैम्प, घंटाघर व शांति नगर में अब तक डेंगू के मरीज मिले हैं। मेडिसिन एवं हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. आरएस शर्मा के मुताबिक अभी भी लोग बुखार आने पर कोरोना समझकर इलाज करा रहे हैं। इससे मामला बिगड़ रहा है। मौसम बदलने के साथ वायरल फीवर, टायफायड, मलेरिया, डेंगू का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में बुखार आने पर डॉक्टर से परामर्श के बाद ही दवा लें।
डेंगू में पीड़ित को त्वरित इलाज की दरकार
डेंगू में प्लेटलेट्स कम होने लगते है। इलाज में देरी होने पर डेंगू का संक्रमण खून की नलियों और दिल तक पहुंच जाता है। ब्लीडिंग, ब्लड प्रेशर और हार्ट में समस्या से पीड़ित ग्रसित हो जाता है। यह स्थिति कई बार जानलेवा बन जाती है। इसलिए डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों को पनपने और काटने से रोकने के उपाय अपनाएं। बुखार और संदिग्ध लक्षण पर तुरंत जांच कराएं।
डेंगू के अब तक 17 पीड़ित मिले
10 संदिग्धों के सेम्पल लेकर मलेरिया विभाग ने सोमवार को जांच कराई थी।
05 सेम्पल में डेंगू पुष्टि हुई है। सभी मरीज निजी अस्पताल में भर्ती है। 17 डेंगू, पीड़ित अब तक इस साल सामने आ चुके हैं। इसमें 8 पीड़ित इसी महीने सामने आए हैं।