डा. राधाकृष्णन देश के पहले राष्ट्रपति!… स्कूल शिक्षा विभाग का एक आदेश तो यही कहता है
जबलपुर, यशभारत। प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षक दिवस यानी पांच सितंबर को होने वाले शिक्षक दिवस समारोह के लिए एक आदेश जारी किया है। लेकिन देश के महान शिक्षाविद और स्वाधीनता सेनानी व राजनेता रहे डा सर्वपल्ली राधाकृष्णन, जिनकी स्मृति में यह दिवस मनाया जाता है, उन्हीं को लेकर इस आदेश में विभाग ने एक बड़ी चूक कर दी है। लोक शिक्षण आयुक्त द्वारा जारी इस आदेश में डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को देश का प्रथम राष्ट्रपति बताया गया है, जबकि वे डॉ राजेंद्र प्रसाद के बाद राष्ट्रपति बने थे। डा राजेंद्र प्रसाद देश के पहले राष्ट्रपति बने थे।
दरअसल, आगामी पांच सितंबर को डा सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के मौके पर हर साल की तरह इस साल भ्ज्ञी स्कूल शिक्षा विभाग शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इसके तहत प्रदेशस्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह के अलावा स्कूलों में पांच सितंबर को डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णनन को श्रद्धा सुमन अर्पित किए जाएंगे। इस संबंध में आयुक्त लोक शिक्षण ने सभी संयुक्त संचालकों, जिला शिक्षा अधिकारियों व स्कूल प्राचार्यों को पत्र जारी कर कहा है कि शिक्षक दिवस के कार्यक्रम में भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णनन को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला जाए। डा राधाकृष्णन को भारत के प्रथम राष्ट्रपति बताए जाने पर उक्त पत्र इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल किया जा रहा है। इसमें लोग इंटरनेट मीडिया पर आयुक्त की गलती को ट्रोल कर रहे हैं कि देश के पहले राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन हैं या डा राजेंद्र प्रसाद।