जबलपुरमध्य प्रदेश
ट्रेनें खचाखच. आरक्षित कोचों की जनरल जैसे स्थिति वेटिंग 100 के पार पहुंची
सीट न मिलने से यात्री फर्श पर बैठकर यात्रा करने मजबूर
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जबलपुर यश भारत/ नए वर्ष के आगाज एवं शीतकालीन की छुट्टियां होने के कारण ट्रेनों में बढ़ती भीड़ के कारण रेल यात्री चढ़ नहीं पा रहे हैं जबलपुर से गंतव्य जाने वाली बस अभी फुल चल रही है वही जबलपुर से होकर गुजरने वाली ट्रेनों में यात्रियों के कारण गहमा-गहमी देखने को मिल रही है वही जबलपुर से बनने वाली ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट 100 के पार पहुंच रही है यात्री वेटिंग टिकट लेकर यात्रा करने को मजबूर है वही कुछ यात्री जिनको लंबी दूरी की यात्रा तय करनी है उनकी टिकट कंफर्म ना होने के कारण वह अपनी यात्रा को रद्द कर रहे हैं विभिन्न ट्रेनों के कोच में रेल यात्रियों की खासी भीड़ रही। सामान्य और स्लीपर कोच का सबसे बुरा हाल है। सबसे अधिक सामान्य बोगी के यात्रियों को कोच में चढ़ने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है इसके साथ ही जिन यात्रियों का टिकट कंफर्म है उनको अपनी सीट तक पहुंचने के लिए काफी जद्दोजहद करना पड़ रही है कई यात्री भीड़ के कारण बोगी में नहीं चढ़ पा रहे हैं यात्रियों ने बताया कि रेलवे यात्रियों की मुश्किलों के बारे में सोचे बिना सीट से अधिक टिकट की बुकिंग कर रहा है जबकि
ट्रेनों में सीट मिलना मुश्किल हो रहा है गंतव्य की यात्रा करने वाले यात्रियों ने बताया कि वहीं ज्यादा से ज्यादा मुनाफा के लिए रेलवे भी सुरक्षा को ताक पर रख सीट से अधिक टिकट की बुकिंग कर रहा है। जिसके कारण ट्रेनों में सीट के लिए मारामारी है जबलपुर से बन कर चलने वाली ट्रेनों में भी भीड़ के कारण कई यात्रियों को सीट नहीं मिल पा रही है कई ट्रेन में पांव रखने तक की जगह नहीं थी। कई यात्रियों ने कोच के गेट पर बैठ कर सफर किया ट्रेनों में स्लीपर, एसी के अलावा सामान्य श्रेणी के भी डिब्बे होते हैं। इनमें सामान्य श्रेणी के कोच का सबसे बुरा हाल है। क्योंकि, इनमें अनारक्षित टिकट पर यात्रा की जा सकती है। सामान्य डिब्बों में आमतौर पर बहुत ज्यादा भीड़ होती है। इनमें गरीब, प्रवासी मजदूर या फिर कम दूरी तय करने वाले लोग ही चढ़ते हैं। ये यात्री किसी तरह कम पैसों में घर पहुंच जाना चाहते हैं। वहीं स्लीपर कोच की भी स्थिति सामान्य श्रेणी की कोच की तरह ही हो गई है स्लीपर कोच में 72 सीट होती है लेकिन सफर कर रहे हैं 150 से 200 यात्री। जिस वजह से सीट से ज्यादा यात्री फर्श पर बैठकर या खड़े होकर सफर कर रहे हैं हालांकि ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट होने के कारण जबलपुर रेल मंडल द्वारा अनेक गाड़ियों में अतिरिक्त कोच भी लगाए जा रहे हैं बावजूद इसके भी बैटिंग की लंबी लिस्ट चल रही है/