कटनीमध्य प्रदेश

जिले में 53 हजार किसानों से होगी धान खरीदी, 2 दिसंबर से होगा उपार्जन

कटनी, यशभारत। पिछले साल की कमियों और अनियमितताओं से सबक लेते हुए राज्य सरकार के निर्देश पर इस बार भी कटनी जिले में धान उपार्जन का काम आगामी दो दिसंबर से शुरू होने जा रहा है। धान उपार्जन के दौरान किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए शासन स्तर पर स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं। किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिए केन्द्रों का निर्धारण किया जा रहा है। खरीदी का जिम्मा सोसायटियों के जिम्मे होगा और जिले में केन्द्रों के अलावा गोदाम स्तर पर भी खरीदी जाएगी। इस बार जिले में पंजीकृत 53 हजार 175 किसानों से साढ़े 4 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस बार किसानों को 2300 रूपए समर्थन मूल्य दिया जाएगा। खरीदी 20 जनवरी तक की जाएगी।
गौरतलब है कि राज्य सरकार के निर्देश पर हर साल दिसम्बर और जनवरी के महीने में पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य धान की खरीदी की जाती है। प्रदेश में धान खरीदी के लिए राज्य सरकार ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसके मुताबिक आगामी 2 दिसंबर से धान की खरीदी शुरू होगी। राज्य सरकार के निर्देश जारी होने के बाद मध्यप्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम ने उपार्जन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। बताया जाता है कि फिलहाल केन्द्रों के निर्धारण का चल रहा है। पिछले साल जिले में 84 केन्द्रों में खरीदी की गई थी। इस बार भी इतने ही केन्द्रों में उपार्जन किये जाने की जानकारी मिल रही है। राज्य सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि किसी भी हाल मेें धान उपार्जन केन्द्रों में दलालों, बिचौलियों और व्यापारियों से धान की खरीदी नहीं होनी चाहिए। अन्यथा संबंधित खरीदी केन्द्र प्रभारी और व्यापारी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। यह निर्देश खरीदी केन्द्र प्रभारियों, आपरेटर्स, सहकारिता, मप्र नागरिक आपूर्ति निगम, मप्र वेयर हाउस कारपोरेशन और खाद्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को दिए हैं।
खरीदी केन्द्रों में रहेंगे इंतजाम
शासन के निर्देशानुसार जिले में 2 दिसंबर से धान उपार्जन का कार्य शुरू होकर 20 जनवरी 2025 तक चलेगा। जिले में केवल किसानों से ही धान खरीदी की जायेगी। खरीदी केन्द्रों में किसानों के लिये सभी मूलभूत जरूरतों पेयजल, छाया और बैठक के लिये कुर्सी के इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। गुणवत्ता युक्त धान का ही उपार्जन किया जाएगा।

अंतिम तारीख तक 53 हजार 175 किसानों ने कराया पंजीयन

बताया जाता है कि धान की खरीदी के पहले राज्य सरकार के निर्देश पर किसानों का पंजीयन किया जाता है। इसके बाद पंजीकृत किसानों के मोबाइल पर मैसेज भेजकर उन्हें धान उपार्जन की जानकारी दी जाती है। जिससे वे अपने गांव के नजदीकी केन्द्र में निर्धारित तारीख में पहुंचकर अपनी उपज को बेचते हैं। इस बार अंतिम समय सीमा तक 53 हजार 175 किसानों ने पंजीयन कराया है।

इनका कहना है

जिले में धान की खरीदी 2 दिसम्बर से शुरू होकर 20 जनवरी 2025 तक की जाएगी। धान उपार्जन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। केवल पंजीकृत किसानों से ही धान की खरीदी की जाएगी। पिछली बार की तरह इस बार भी 84 केन्द्र बनाए जा रहे हैं। जहां साढ़े 4 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी की जाएगी।
-एस एस परिहार, जिला आपूर्ति अधिकारी

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