
जबलपुर यशभारत। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में 5 बाबुओं द्वारा दलाली करने का मामला सामने आया है। यह खुलासा मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने लगाए हैं।
मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया की विश्वव्यापी आपदा (ब्वअपक-19) कोरोना वायरस से लगभग 20 माहों बाद स्थितियों सामान्य होने की स्थिति में प्रदेश के सभी विद्यालय सामान स्थिति में खोलने के साथ ही विद्यालय में पढ़ाई कराये जाने के निर्देश हैं. इसके साथ ही पारंभिकतौर पर माह फरवरी 2022 में बोर्ड परीक्षाओं की भी समय सारणी जारी कर दी गई है, अल्प समय में परीक्षा की तैयारी के लिए सभी शिक्षकों को विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम सुधारने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। किन्तु उक्त निर्देशों के विपरित जिले के कुछ प्राचार्य 1. राकेश शर्मा प्राचार्य शास.उ.मा.वि. गांधीगाम — डी के गुप्ता प्राचार्य शास.हाईसकूल मदमोताल तथा अतिरिक्त प्रभार शास. उ.मा.वि कन्या चेरीताल , संजय मेहरा प्राचार्य शास माॅडल स्कूल भमकी शहपुरा 4-श्री आर. के.बधान शास. उ.मा.वि.महगवां 5- श्री कैलाशबाल पाण्डे प्राचार्य शास.हाईस्कूल गंगई अतिरिक्त प्रभार शास.उ.मा.वि. चरगवां कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी जबलपुर में विगत पिछले एक वर्ष से बाबूगीरी का कार्य करते हुए डी.ई.ओ की दलाली करने में लगे हुए हैं, यह प्राचार्य कार्यालय के सभी महत्वपूर्ण कार्यो जैसे स्थानांतरण, अशासकीय विद्यालयों की मान्यता के निरीक्षण, शिक्षकों की कमोन्नति, समयमान वेतनमान, अनुकम्पा नियुक्तियां, परीक्षा आदि के महत्वपूर्ण कार्यों को अपने हाथों में लिए हुए हैं. इनको बिना चढोतरी चढाये बिना जिला शिक्षा अधिकरी जबलपुर से सीधे कोई कार्य काराया जाना संभव नहीं है। तथा इन दलाल पाचार्यों द्वारा अपना फर्जी मुख्यालय विद्यालय के नजदीक दर्शा कर जबलपुर में ही निवासरत कर हैं इनके विद्यालय एवं मुख्यालय की पुष्टि मोबाईल लोकेशन से की जा सकती है। संघ द्वारा प्राचार्यो की दलाली, बाबूगीरी की शिकायत का एक पुलिन्दा कलेक्टर जिला जबलपुर के नाम से मणेन्द्र सिंह एस.डी.एम जबलपुर को सौंपकर अनुरोध किया गया है कि दलाल प्राचार्यों को बाबूगीरी से मुक्त कराकर छात्रों के हित में मूल संस्था में कार्य करने के सख्त आदेश जारी किये जायें।
इस अवसर पर संघ के मिर्जा मन्सूर बेग, सुधीर खरे, यू.एस.कौसिया, ए.आई.मंसूरी, तपन मोदी, विवेक भट्ट, गोविन्द विल्थरे, एस.के बांदिल, रजनीश तिवारी, डी.डी गुप्ता, डी.के नेमा, पवन श्रीवास्तव, चन्द जाउलकर, उउमेश पारिख, बिटू आहलूबालिया, योगेश जाटव आदि उपस्थित रहे।