जर्जर स्कूल भवन का गिरा प्लास्टर, जिले में 300 से अधिक स्कूल हैं जर्जर

सिवनी यश भारत:-जिले के आदिवासी बाहुल्य विकासखंड घंसौर के अंतर्गत आने वाले शासकीय प्राथमिक शाला हिरनभटा स्कूल की क्षति का प्लास्टर दोपहर के समय गिर गया। लेकिन किसी को कोई क्षति नही हुई। जानकारी के अनुसार स्कूल में 12 बच्चे अध्यनरत हैं। जिन्हें पढ़ाने के लिए 2 शिक्षकों की पदस्थापना है।
दोपहर के समय जब बच्चे कमरे के बाहर गए हुए थे। उसी समय प्लास्टर गिरा। गनीमत की बात रही की जब छत का प्लास्टर (मलवा) गिरा उस समय कमरे में पढ़ रहे सभी 12 विद्यार्थी स्कूल में मध्यांह भोजन के लिए कमरे से बाहर गए थे। इसी बीच छत का प्लास्टर (मलवा) कमरे में रखे बच्चों के स्कूल बस्तों के आसपास जा गिरा। सभी बच्चों के कमरे से बाहर होने के कारण किसी भी तरह की चोट नहीं आई। कक्षा पहली से पांचवीं तक अध्ययनरत सभी विद्यार्थी पूरी तरह सुरक्षित है। घटना की जानकारी स्कूल के शिक्षकों ने एसडीएम व बीआरसीसी को दी। जिसके बाद अब अलग स्थान पर स्कूल लगाए जाने के प्रयास किये जायेंगे।
जिले में 300 से अधिक स्कूल है जर्जर:-
गौरतलब है कि जिले के 326 अत्याधिक कमजोर भवनों में प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालय का संचालन हो रहा है। इन सभी भवनों में सामान्य अथवा अत्याधिक सुधार (मरम्मत) कार्य कराने की आवश्यकता है। लेकिन वैकल्पिक व्यवस्था ना होने के कारण अब भी कई कमजोर भवनाें में खतरा उठाकर विद्यार्थियों को पढ़ाने शिक्षकों को विवश हैं। इस वर्ष अतिवर्षा से जिले के स्कूल भवनों की स्थिति दयनीय हो गई है।
घंसौर एसडीएम बिसन सिंह ठाकुर का कहना है कि हिरनभटा स्कूल की क्षत का प्लास्टर कमरे में गिरने की जानकारी मिली थी।जल्द ही बच्चों के उचित स्थान में बैठने की व्यवस्था की जाएगी।
जिला शिक्षा केंद्र सिवनी के डीपीसी महेश बघेल का कहना है की जिले के सभी जर्जर स्कूल भवनों की जानकारी राज्य शिक्षा केंद्र को दे दी गई है। यहां से सुधार कार्य के लिए राशि मिलते ही स्कूलों का सुधार कार्य के साथ नए स्कूल भवनों को निर्माण कराया जाएगा।