जबलपुरमध्य प्रदेश

जबलपुर में एक साल में 400 से अधिक अपहरण के मामले आए सामने : अफेयर के बाद समझौते का दंश

जबलपुर ,यशभारत। संस्कारधानी में इनदिनों अपहरण के मामले दर्ज होने के बाद पुलिस महकमे में भी हलचल है। तो वहीं, इतनी बढ़ी हुई तादात में मामले दर्ज होने के बाद समाज के सामाजिक स्तर को लेकर भी मंथन करने की जरुरत है। प्रकरण दर्ज होने का प्रमुख कारण अफेयर है, लेकिन परिजनों के पशोपेश में होने के कारण पुलिस को मामले दर्ज करने पड़ रहे है। हाल ही में अधारताल, रांझी, गोराबाजार में अनेक मामले सामने आए है। जिनको लेकर काफी तनाव भी रहा।

विवाह कर लौट रहे जोड़े

बीते 1 साल में करीब 400 से अधिक अपहरण / गुमशुदगी के मामले थानों में दर्ज हुए जिनमें 17 से 24 वर्ष की आयु की लड़कियों का एकाएक घर से गायब होना परिजनों की शिकायत में बताया गया । पुलिस तफ्तीश में अधिकतर दर्ज प्रकरण ‘अफेयरÓ से जुड़े पाए गए। प्रेमी के साथ घर छोड़कर निकली 60 से 70 प्रतिशत लड़कियां बाद में प्रेमी के साथ शादी/ निकाह करके ही घर वापस लौटीं।

80 प्रतिशत लड़कियां नाबालिग
जानकारों का कहना है कि प्यार में अपहरण की घटनाएं आने वाले दिनों में और भी बढ़ेंगी। 2020 में जिले में 363 के कुल 398 प्रकरण दर्ज किए गए, जिसमें 70 प्रतिशत मामलों में शादी की नीयत से अपहरण हुए, जबकि 2021 में यह आंकड़ा बढ़कर 485 हो गया। 2022 में 427 नाबालिग लड़कियों का अपहरण हो जाने की एफआईआर संबंधित थानों में दर्ज हुई।
मामलों में देखा गया है कि पहले प्यार, फि र भाग कर शादी करने या फिर कुछ दिन साथ रहने के बाद लड़कियों के सिर से प्यार का भूत उतरने लगता है। शादी की नीयत से अपहत लड़कियों के दस्तयाब होने के बाद बयान के समय 35 से 40 प्रतिशत मामलों में लड़कियां परिजनों के दबाव या फिर अन्य कारणों से मुकर जाती हैं और कहती हैं कि बहला-फुसला कर उसका अपहरण कर लिया गया था। प्यार में होने वाले अपहरण के मामले में 80 प्रतिशत लड़कियां नाबालिग रहती हैं। किशोरियों को उनके तथाकथित प्रेमी तरह- तरह के प्रलोभन देकर घर से भगा ले जाते हैं। प्यार में होने वाले अपहरण में कुछ माह या साल के बाद अधिकतर लड़कियां बालिग होते ही वापस घर भी लौटकर आ जाती हैं।

समझौते की विवशता

प्यार में अपहरण जैसे मामलों में अंतत: दोनों पक्षों में समझौता ही होता है। पहले तो पीड़ित पक्ष की ओर से थानों में अपहरण का केस दजज़् किया जाता है, बाद में लड़की के दस्तयाब होने के बाद लोग समझौता कर लेते हैं। ऐसे में पुलिस के पास प्यार में अपहरण के केसों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

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