जबलपुरमध्य प्रदेश

जबलपुर नगर निगम का ड्रायवर निकला हत्यारा: मृतक ससुर की नौकरी के पैसे सास को मिले तो दामाद में आया लालच, पत्नी को मुंह दबाकर नहानी में ले गया और मिट्टी डालकर लगा दी आग

आरोपी की बेटी ने पुलिस को दिए बयान, जांच में सच निकली बात

जबलपुर, यशभारत। नगर निगम ड्रायवर ने ही अपनी पत्नी आग लगाकर उसकी हत्या कर दी। दरअसल निगम ड्रायवर के ससुर की मौत कुछ समय पूर्व हुई थी जिसका रिटायरमेंट का पैसा सास को करीब 8 लाख रूपए मिले। पैसों के हड़पने लालच में आकर ड्रायवर अपनी पत्नी से रोज लड़ता झगड़ता था। एक दिन उसने पत्नी विवाद करते हुए उसका मुंह दबाकर नहानी में ले गया और वहां उसके ऊपर मिट्टी डालकर आग लगा दी। यहीं नहीं पत्नी की मौत आत्महत्या लगे इसके लिए निगम ड्रायवर ने झूठी कहानी पुलिस को बताई। लेकिन पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच करते परिजनों के बयान लिए तो उसमें आरोपी की बेटी ने सारा सच पुलिस को बता दिया। जांच-पड़ताल में दोषी पाए जाने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

थाना प्रभारी बेलबाग अरविंद कुमार चौबे ने बताया कि 16 जुलाई की सुवह आग से जलने से उपचार दौरान एक महिला की मेडिकल कॉलेज में मृत्यु होने की सूचना पर मेडिकल कॉलेज पहुंची पुलिस को नरेन्द्र कुमार नन्हेट उम्र 38 वर्ष निवासी पे्रमसागर बेलबाग ने बताया था कि वह नगर निगम में ड्रायवर है 15 जुलाई की शाम लगभग 7 बजे घर पर था, खाना खाने के बाद आगे वाले कमरे बैठकर टीव्ही देखने लगा। उसकी पत्नी नीलू नन्हेट पूजा करने के लिये कहकर घर के अंदर चली गयी, उसने देखा की पत्नी नीलू छत की सीढ़ी में चढ़ रही थी उसी समय अचानक गिरने की आवाज आयी तो तुरंत अंदर जाकर देखा तो पत्नी नीलू आग से जल रही थी। उसने तुरंत पत्नी नीलू के ऊपर कंबल डालकर आग बुझाई एवं परिवारजन की मदद से पत्नी को उपचार हेतु विक्टोरिया अस्पताल लेकर गया जहां से डाक्टर द्वारा्र प्राथमिक उपचार बाद मेडिकल कॉलेज के लिये रेफर किये जाने पर मेडिकल कॉलेज में ले जाकर पत्नी को उपचार्थ भर्ती कराया था, दौरान उपचार के सुवह लगभग 5 बजे उसकी पत्नी नीलू नन्हेट उम्र 30 वर्ष की मृत्यु हो गयी है।
पुलिस ने जांच के दौरान मृतिका के मायके पक्ष के कथन लिये गये, घटना की चश्मदीद साक्षी मृतिका की बेटी ट्विंकल ने पिता नरेन्द्र द्वारा मॉ नीलू पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा देना बताया।

8 लाख में हिस्सा नहीं मिला तो परेशान करने लगा पत्नी को
जांच मे पाया गया कि नरेन्द्र द्वारा अपने ससुर की मृत्यु के बाद ससुर की नौकरी की पैंशन की राशि के लिये सिहोरा कोर्ट में चल रहे केस में सास फूलमती की मदद की गयी थी। 3-4 माह पहले सास को केस जीतने पर 7-8 लाख रुपए मिले थे, सास के द्वारा दामाद नरेन्द्र को हिस्सा न देने से नरेन्द्र एवं नीलू के बीच 3-4 माह से विवाद होने लगा था। उपरोक्त विवाद के चलते 15 जुलाई को शाम 7 बजे नरेन्द्र, पत्नि नीलू मुंह दबाकर नहानी में ले गया एवं नहानी में कुप्पे में रखा मिट्टी का तेल पत्नि नीलू के उपर डालकर आग लगा दी थी।

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