जबलपुरमध्य प्रदेश

जबलपुर जिला पंचायत बेपरवाहः दुर्भाग्य!  सरकार की  08 योजनाओं पर जबलपुर सी ग्रेड में

  1. -डिंडोरी, बालाघाट, कटनी, नरसिंहपुर और सिवनी जिले में बेहतर काम हुआ
    – कम्प्यूटर में फर्जी आंकड़े भरने में माहिर है जिले के अफसर
    – जिला पंचायत में प्रत्येक कार्यालय में कुर्सी तोड़ रहे अधिकारी

    जबलपुर, यशभारत। मध्यप्रदेश सरकार की योजनाओं में जबलपुर जिले की स्थिति चिंताजनक है। 8 सरकारी योजनाओं में जबलपुर जिला पंचायत सी ग्रेड में जबकि संभाग के डिंडोरी, बालाघाट, कटनी, नरसिंहपुर और सिवनी जिले उपेक्षा से अनुरूप बेहतर काम किया है। इसका खुलासा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जारी की ग्रेडिंग में हुआ है। हालांकि जबलपुर के अलावा 13 जिले भी ऐसे है जहां पर सरकारी योजनाओं की बुरी स्थिति है।

    जानकारी के अनुसार  पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की आजीविका मिशन, महात्मा गांधी नरेगा, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना -वाटरशेड, प्रधानमंत्री आवास  योजना, मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम, स्वच्छ भारत मिशन, पंचायत,  सीएम हेल्प लाईन कुल  08 योजना की प्रगति के आधार पर ग्रेडिंग जारी की गई है। इन योजनाओं में ग्रेडिंग कम होने से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जबलपुर जिले के ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है और यहां के अधिकारी भी सरकार की योजनाओं पर काम नहीं कर रहे हैं।

    इन योजनाओं में जिले की बुरी स्थिति
    पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं में जबलपुर की स्थिति बुरी हैै। सबसे ज्यादा बुरी स्थिति महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, पंचायत की योजना में है। इन योजनाओं की प्रगति को लेकर जिला पंचायत अधिकारियों ने काम ही नहीं किया।

    रैकिंग भी खराब है जबलपुर जिले की
    जिला पंचायत जबलपुर की स्थिति रैकिंग भी खराब है। अगस्त माह में जिला 27 नवंबर पर था इसके बाद रैकिंग बढ़कर 28 हो गई। बताया जा रहा है कि जबलपुर की स्थिति योजनाओं पर इसलिए खराब है क्योंकि जिला पंचायत का अमला टेबिल आंकड़ों पर ज्यादा भरोसा कर शासन को जानकारी भेजता है। इसका अंदाजा लगाना है तो जिला पंचायत के किसी भी कार्यालय में चले जाईये वहां पर सभी अधिकारी कर्मचारी कम्प्यूटर में आंकड़े भरते नजर आते हैं।

     संभाग के इन जिलों को मिली शाबासी
    डिंडोरी, बालाघाट, कटनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी जैसे जिलों में पंचायत ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं में बेहतर काम हुआ है। मतलब इन छोटे जिलो में सरकार की योजनाओं का लाभ ग्रामीणों तक पहंुचा है। इन सभी जिलों की ग्रेडिंग ए है जबकि जबलपुर की सी।
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    योजनाओं में जबलपुर की स्थिति
    -आजीविका मिशन- बी
    -महात्मा गांधी रोजगार गारंटी- सी
    -प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना- सी
    -मध्यान्ह भोजन- बी
    -स्वच्छ भारत मिशन- ए
    -पंचायत की योजना- डी
    -सीएम हेल्पलाइन- ए
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    मध्यप्रदेश जिलों की ग्रेडिंग
    -ए प्लस में- 16 जिले
    -ए ग्रेडिंग – 08
    -बी ग्रेडिंग में –  13
    -सी ग्रेडिंग में – 13
    -डी ग्रेडिंग- 01 भिंड
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    ग्रेडिंग के अंक

    ए के लिए 5 अंक
    बी के लिए 4 अंक
    सी के लिए 3 अंक
    डी  के लिए 1 अंक
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    कितने अंकों कौन सी ग्रेडिंग मिलती है यहां समझे
    -4.25 या उससे ए प्लस अंक पर ।़
    -4 या 4 से अधिक किंतु 4.25 से कम अंक पर  ए ग्रेडिंग
    -4 से कम अंक किंतुु 3.5 अंक पर बी ग्रेडिंग
    -3.5 या उससे कम अंक किंतु 3 या उससे अधिक अंक पर सी ग्रेड
    – 3 से कम अंक पर डी ग्रेड मिलता है

 

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