जबलपुर के पाटन टिमरी गांव की दिन दहाड़े नृशंस हत्याकांड का सिवनी में विरोध : ब्राम्हण समाज ने की कठोर कार्यवाही की मांग,मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
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सिवनी यश भारत:-जिले के ब्राम्हण समाज के लोग शाम के समय आज जिला मुख्यालय में एकत्रित हुए और कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। जिसमे उल्लेख किया है कि जबलपुर जिले के पाटन टिमरी गांव में विगत दिवस ब्राह्मण समाज के चार युवकों की असामाजिक तत्वों के द्वारा नृशंस हत्या कर दी गई है। इस हत्याकांड के संबंध में कुछ बिंदुओं के माध्यम से ध्यान आकर्षण कर कठोर कार्रवाई करने की मांग करते हैं।
इन बिंदुओं में सौंपा ज्ञापन
1.ज्ञात हुआ है कि, घटना में संलिप्त हत्यारों द्वारा टिमरी गांव के खेत में, जुआ फड़ तथा अन्य आपराधिक कार्य, पिछले लंबे समय से दबंगों द्वारा खुलेआम चलाए जा रहे थे।
2.आसपास के किसानों तथा मृतक युवकों ने इन अनैतिक गतिविधियों को रोकने का प्रयास किया तो हत्यारे असामाजिक तत्वों ने रंजिश रखकर एकराय होकर दिनदहाड़े धारदार हथियारों लाठी डंडों से हमला किया।
3.प्राण- घातक हमले में निहत्थे चार ब्राह्मण युवकों, क्रमशः सतीश और चंदन पाठक, समीर व अनिकेत दुबे, की सरेआम हत्या कर दी गई। तथा बीच- बचाव में आये ग्रामवासियों को भी प्राण घातक चोटें पंहुचायी।
4.घटना को देखते हुए स्पष्ट है कि, गांव में संगठित आपराधिक गिरोह द्वारा जुआ फड तथा अनैतिक गतिविधि लंबे समय से चलाई जा रही थी। ऐसा भी संभव नहीं है कि, इसकी जानकारी क्षेत्रीय पुलिस थाना को नहीं रही होगी? किंतु पुलिस से घालमेल, व्यापार और व्यवहार के चलते, “सैयां भये कोतवाल तो डर काहे का” को चरितार्थ कर आपराधिक गिरोह बेखौफ होकर आपराधिक गतिविधियों में संलग्न रहा।
5.इस हत्याकांड से, जनमानस में असुरक्षा, भय, आक्रोश के साथ ही कानून व्यवस्था के प्रति गंभीर प्रश्न चिन्ह? लगना स्वाभाविक है।6. उक्त वीभत्स घटना के परिपेक्ष में हत्यारों को गिरफ्तार कर फांसी की सजा दिलाई जावे। तथा घटना की निष्पक्ष जांच कार्रवाई कर उन्हें भी सजा दिलाए जाने की हम मांग करते हैं।
7.इस हृदयविदारक घटना में मृतकों के आश्रित परिजनों को सरकार द्वारा कम से कम प्रत्येक को, 20 लख रुपए की तत्काल सहायता राशि देकर आश्रित जनों को सरकारी नौकरी देकर भरण पोषण की समुचित व्यवस्था की जावे।
समाज के लोगो ने कहा कि बिंदुओं पर व्यक्तिगत रूप से त्वरित संज्ञान लेकर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करके जनमानस में सामाजिक सुरक्षा तथा नागरिक अधिकारों के प्रति आश्वस्त करने का भाव पुष्ट करें। ज्ञापन के बाद मृतकों की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनिट का मौन धारण किया।