घमापुर चौक बना अधिकारियों की प्रयोगशाला : सिग्रल चालू होते ही लगने लगा जाम, प्रताडि़त हो रहे राहगीर
जबलपुर, यशभारत। किसी भी नगर की पहली पहचान उसके व्यवस्थित ट्रेफिक से होती है। लेकिन शहर के हाल बेहाल है। इसी के चलते सबसे पुराने घमापुर चौराहे में लेफ्ट टर्न बनने के बाद भी व्यवस्थित नहीं हो पाया है। दरअसल यह चौराहा अधिकारियों की प्रयोगशाला बनकर रह गया है। इस चौराहे पर ट्रैफि क सिग्नल लगा दिया गया था। जिसे कुछ साल पहले चालू किया गया था तो जाम लगने लगा था। तब आनन-फानन में इसे बंद कर दिया गया था। उसके बाद यह चालू ही नहीं हो पाया। अब एक बार फिर से इस चौराहे पर लगे सिग्नल को चालू कर दिया गया है। जिससे हर पल जाम के हालात बन रहे हैं। वाहन चालक बार-बार जाम में फं स रहे हैं। नियमों का पालन करवाने के लिए जरूर पुलिस के जवान नजर आ रहे हैं, लेकिन उनकी तमाम कोशिशें फेल नजर आ रही हैं। तहसीली चौक से घमापुर जाने वाले मार्ग के वाहन चालक जब घमापुर चौक पर लगे ट्रेफिक सिग्नल पर रुकते हैं तो वैसे ही चौराहे से जंजीरा पुल तक वाहनों की लंबी कतारें लग जाती है। जिसमें कार, बस, ऑटो, रिक्शा से लेकर बाइक, स्कूटी फंस जाती हैं।
तहसीली चौक से रद्दी चौकी तक बने फ्लाईओवर
कई अरसे बाद दमोहनाका से मदन महल तक फ्लाईओवर बनाना चालू हुआ है। इस बीच दो सालों से फं सा कटंगा फ्लाईओवर के बनने का रास्ता भी साफ हो गया है और उसका टेण्डर फ ायनल हो गया है। इससे शहरवासियों को आने वाले दिनों में सबसे ज्यादा राहत महसूस होगी कि उनको ट्रेफिक जाम में नहीं फंसना पड़ेगा। कई किलोमीटर का सफ र घूमकर नहीं करना पड़ेगा। इसी तरह घमापुर से लेकर रद्दी चौकी तक ट्रेफि क के हालात किसी से नहीं छुपे हैं। यहां पर घमापुर चौक तो ऐसा बन गया है कि हर पल जाम लग जाता है। इसलिए यहां पर तहसीली चौक से लेकर रद्दी चौकी तक फ्लाईओवर बनाने की मांग उठी तो तत्कालीन कांग्रेस सरकार में इस फ्लाईओवर को बनाने का प्रस्ताव था। लेकिन इस पर काम नहीं हो सका था। अब इस जगह पर फ्लाईओवर की सबसे ज्यादा जरूरत महसूस की जा रही है ताकि जनता को जाम से राहत मिल सके। जिम्मेदारों को इस तरफ ध्यान देना बहुत जरूरी हो गया है। यही कारण है कि आज भी लाखों की आबादी इस मार्ग से गुजरती है तो समस्याओं का सामना करती है।
प्रस्ताव ठंडे बस्ते में कैद
ट्रैफि क की बेदम चाल से राहत पाने के लिए इस क्षेत्र के वाशिंदे कई सालों से घमापुर से लेकर रद्दी चौकी तक फ्लाईओवर बनाए जाने की मांग करते आ रहे हैं। इस कारण साल 2019 में जब कांग्रेस की सरकार रही तब यहां फ्लाईओवर बनाने के प्रस्ताव को हरी झंडी भी मिली लेकिन सरकार बदलते ही यह प्रस्ताव ठण्डे बस्ते में चला गया। यही कारण है कि आज भी लोग परेशानियों से दो चार हो रहे है।