ग्वालियर प्रवास पर आए सिंधिया ने कांग्रेस को लिया आडे हाथ : कहा- जीतो तो ठीक , ना जीतो तो किसी और के ऊपर मटका फोड़ दो; यह कब तक चलता रहेगा…..
ग्वालियर| केंद्रीय मंत्री सिंधिया अपने चार दिवसीय ग्वालियर चंबल अंचल के प्रवास पर पहुंचे, ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर सिंधिया समर्थनों ने उनका जोरदार स्वागत किया।
– ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर केंद्रीय मंत्री ज्योति राय सिंधिया ने कहा कि वह चार दिवसीय है ग्वालियर चंबल अंचल के प्रवास पर आये हैं, उन्होंने हाल ही में हुए उपचुनाव और बीजेपी की जीत पर कहां की यह अभूतपूर्व जीत है और यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विश्वास के कारण ही संभव हुआ है। महाराष्ट्र की जनता को दिल की गहराई से सिंधिया ने धन्यवाद है। उनका कहना है कि शासन और प्रशासन के साथ ही मोदी जी की नीतियों को जनता ने सम्मानित किया है। 80% सीट किसी भी गठबंधन को नहीं मिली है वह इस बार महायुती गठबंधन को महाराष्ट्र में मिली है इस विश्वास पर हम खरे भी उतरेंगे।
– उपचुनाव के दौरान विपक्ष को मिली हार पर EVM के लिए दोष मढ़ने पर सिंधिया ने कहा कि जीतो तो ठीक ना जीतो तो किसी और के ऊपर मटका फोड़ दो यह कब तक चलता रहेगा जो लोग अपने आप को पहचानते नहीं है जो लोग अपनी कमियों को देखना नहीं चाहते हैं उन्हें कौन मदद कर सकता है।
– ग्वालियर चम्बल अंचल की रेल लाइन को लेकर उन्होंने कहा कि लाइन का सर्वे चल रहा है, पिपरई से लेकर चंदेरी तक लाइन का सर्वे हो रहा है। मैं इसके लिए दिल की गहराइयों से प्रधानमंत्री मोदी जी का धन्यवाद देना चाहता हूं उन्होंने सर्वे की स्वीकृति दी है सर्वे के बाद जो परिणाम निकलेंगे उसके आधार पर हम काम करेंगे इस पूरे क्षेत्र के लिए यह बहुत बड़ी सौगात है क्योंकि पिछले 50 सालों से इसके लिए मांग उठ रही थी और उसे काम की शुरुआत आज हुई है।
वीओ- मणिपुर हिंसा को लेकर सिंधिया ने कहा कि विपक्ष की यही बात है कि वह प्रजातंत्र को नष्ट करना चाहते हैं उनकी सोच कभी सकारात्मक नहीं है उनसे कोई अपेक्षा नहीं की जा सकती है एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में हमारी सरकार देश को आगे बढ़ने का काम कर रही है हाल ही में वह यूरोप से भी लौट कर आए हैं काफी देश के लोग प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व की तारीफ कर रहे हैं लेकिन प्रजातंत्र के मंदिर को भंग करने की कोशिश विपक्ष कोशिश कर रहा है और उसमें भी कोई एकता नजर नहीं आ रही है कई दल चाहते हैं कि संसद चले लेकिन एक दल ऐसा भी है जो संसद को चलने देना नहीं चाहता है लेकिन उनकी लगातार तीन बार जनता ने जवाब दिया है।
वीओ- विजयपुर चुनाव के दौरान मिली हार पर उन्होंने कहा कि इस पर हमें चिंतन करना होगा यह चिंता की बात है पर मतों में भी बढ़ोतरी हुई है और अगर मुझे कहा जाता तो मैं जरूर जाता।