ग्रामसभा की फर्जी बैठक कर पारित कर दिया तालाब का पट्टा देने का प्रस्ताव : मत्स्य पालन विभाग के अधिकारी मनमानी पर उतारू
कटनी, यशभारत। जिले के मत्स्य पालन विभाग के अधिकारी मनमानी पर उतारू हैं। इन्हें न तो शासन के नियमों की परवाह है और न ही वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों से कोई सरोकार। ताजा मामला विजयराघवगढ़ जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत पड़वई का सामने आया है, जहां सचिव ने बिना इस्तहार जारी किए शासकीय तालाब को पट्टे पर दिए जाने फर्जी तरीके से प्रस्ताव पारित कर दिया।
इस पूरे मामले का खुलासा होने और शिकायतों के बाद जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शिशिर गेमावत ने पट्टा निरस्त करने के निर्देश मत्स्य विभाग को दिए थे, इसके बावजूद आज तक न तो पट्टा निरस्त किया गया और न ही सचिव के विरूद्ध कोई कार्यवाही की गई। ग्राम पड़वई के निवासियों ने कुछ समय पहले कलेक्टर अवि प्रसाद को जनसुनवाई में शिकायत देेते हुए पूरे मामले से अवगत कराया था और कार्यवाही की गुहार लगाई थी।
इस संबंध में ग्राम पड़वई निवासी मुकुंदीलाल बर्मन एवं रामप्रसाद बर्मन ने बताया कि ग्राम पड़वई स्थित शासकीय तालाब खसरा नंबर 225 को पट्टे पर दिए जाने के लिए समाचार पत्रों में इस्तहार दिए बिना ग्रामसभा की फर्जी बैठक करते हुए पन्नालाल बर्मन निवासी पड़वई के नाम से प्रस्ताव पारित किया गया है। इस पूरे मामले में ग्राम पंचायत पड़वई के सचिव पर गंभीर आरोप लगे हैं।
मामले का खुलासा होने के बाद मत्स्य विभाग के अधिकारियों से शिकायत करते हुए पट्टा निरस्त करने की मांग की गई थी। जिस पर मत्स्य विभाग द्वारा पत्र क्रमांक 82 दिनांक 24.01.23 के माध्यम से मत्स्य निरीक्षक की उपस्थिति में पुन: ग्रामसभा की बैठक आयोजित कर शासकीय तालाब का पट्टा जारी किये जाने के निर्देश सचिव को दिये गए थे, लेकिन मत्स्य निरीक्षक द्वारा इस संबंध में कागजी खानापूर्ति कर दी गई। वरिष्ठ कार्यालय द्वारा निर्देश दिये जाने के बाद भी पन्नालाल बर्मन से 50 हजार रूपए की राशि जमा नहीं कराई और न ही ग्रामसभा की बैठक आयोजित की गई।
बताया जाता है कि इस मामले में मत्स्य विभाग द्वारा लीपापोती किए जाने के बाद जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से शिकायत की गई। जिस पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा ग्राम पंचायत पड़वई के सचिव को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया। इसके बाद भी सचिव द्वारा न तो जबाव प्रस्तुत किया गया और न ही पट्टा निरस्त करने की कार्यवाही की गई। शिकायत में यह भी बताया गया है कि मत्स्य निरीक्षक ने सांठ-गंाठ करते हुए शासकीय तलाब का पट्टा पन्ना लाल बर्मन को पुन: जारी कर दिया है।
प्रस्ताव पर सदस्यों के फर्जी हस्ताक्षर
ग्राम पंचायत पड़वई के शासकीय तालाब का पट्टा पन्नालाल बर्मन को दिए जाने के लिए सचिव द्वारा योजनाबद्ध तरीके से ग्रामसभा की फर्जी बैठक आयोजित करते हुए प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्ताव पर जिन सदस्यों के हस्ताक्षर है, उन्होंने कहा कि जब ग्राम सभा की बैठक ही नहीं हुई तो फिर हस्ताक्षर का सवाल ही नहीं उठता। यह बैठक 16 अगस्त 2022 को आयोजित होने की जानकारी मिली है। प्रस्ताव में यह कहा गया है कि पन्नालाल बर्मन को पात्र पाते हुए 10 वर्ष के लिए पट्टा दिया गया है, जबकि ग्रामीणों का कहना है कि इस तालाब का पट्टा लेने के लिए बीपीएल कार्डधारी होना अनिवार्य है, जबकि पन्नालाल बर्मन की पत्नी के नाम पर टे्रक्टर और मकान सहित कई जमीनें हैं।
सीईओ ने दिए थे कार्यवाही के निर्देश
बताया जााता है कि जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शिशिर गेमावत के पास जब यह मामला पहुंचा तो उन्होंने ग्राम पंचायत पड़वई के तत्कालीन सचिव को विगत 17 अपै्रल 2023 को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करते हुए जबाव प्रस्तुत करने के लिए कहा था। जबाव प्रस्तुत नहीं करने की स्थिति में एक पक्षीय कार्यवाही किए जाने की बात कही गई थी।
इनका कहना है ……
ग्राम पंचायत पड़वई के शासकीय तालाब को पट्टे पर दिए जाने के लिए ग्रामसभा द्वारा पारित प्रस्ताव के आधार पर पट्टा जारी किया गया था। इस मामले में जो भी शिकायत आएगी, उस पर संज्ञान लेते हुए कार्यवाही की जाएगी।
-अनीता चौधरी, सहायक संचालक, मत्स्य पालन विभाग, कटनी