मध्य प्रदेशराज्य

गौरव : पश्चिम भारत में सर्वश्रेष्ठ मोबाइल रिकवरी प्रतिशत के लिए मंडला पुलिस का भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा गोवा में आयोजित पश्चिम क्षेत्र सुरक्षा सम्मेलन में हुआ सम्मान

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मंडलाl पुलिस को CEIR पोर्टल का उपयोग कर 74% मोबाइल रिकवरी के साथ वेस्ट जोन में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए गोवा में आयोजित वेस्ट जोन वार्षिक सुरक्षा सम्मेलन में सम्मानित किया गया। एसपी श्री रजत सकलेचा ने सम्मेलन में जिले में उपयोग किए गए बेहतर तरीकों और सुझावों को साझा किया। उल्लेखनीय हैं कि मंडला पुलिस द्वारा उक्त पोर्टल का उपयोग करके पिछले डेढ़ वर्षों में 2031 मोबाइल जिसकी कीमत लगभग 3 करोड़ हैं वास्तविक मालिकों को सौंपे गए। जिसमें मंडला पुलिस द्वारा वर्ष 2024 में 1046 एवं वर्ष 2025 में 985 मोबाइल रिकवर करने में सफलता प्राप्त हुई। पुलिस महानिदेशक महोदय ,मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा भी जनवरी माह में मोबाइल रिकवरी में कर्त्तव्यरत मंडला पुलिस की टीम को 50 हजार रुपए के पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया था। वहीं उक्त कार्य के लिए साइबर सेल व थाने स्तर पर कार्यरत 02 पुलिसकर्मियों को DG डिस्क एवं रोल के सम्मान से भी सम्मानित किया गया। पुलिस महानिदेशक द्वारा दिए गए प्रोत्साहन से उत्साहित होकर मंडला पुलिस टीम ने यह महती सफलता प्राप्त की है.

इस सफलता के लिए पंच स्तरीय कार्य प्रणाली लागू की गई

1). थाना स्तर पर पोर्टल के संचालन हेतु थाना साइबर डेस्क का गठन

थाना स्तर पर मोबाइल फोन की शिकायतों एवं अन्य साइबर फ्रॉड को ऑनलाइन दर्ज करने तथा ट्रेसिंग किए गए मोबाइल की रिकवरी प्रक्रिया को आसान बनाने हेतु प्रत्येक थाने से एक उपनिरीक्षक एवं दो आरक्षक को विभिन्न प्रशिक्षण सत्र का आयोजन कर पोर्टल के संचालन का प्रशिक्षण दिया गया।

2). जागरूकता अभियान एवं हेल्पलाइन का प्रचार

नेशनल साइबर रिपोर्टिंग हेल्पलाइन 1930, CEIR पोर्टल एवं लोकल साइबर हेल्पलाइन नंबर 7587644088 का प्रचार प्रसार समस्त थानों में हेल्पलाइन नंबर स्टैंडी, स्कूल व साप्ताहिक बाजार में प्रचार, चौराहों पर फ्लेक्स बैनर लगाकर तथा सोशल मीडिया के माध्यम से किया गया।

3). शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया हुई आसान

थाना पर प्राप्त होने वाली सभी शिकायतों को थाना स्तर पर ही तत्काल दर्ज की गई। वहीं लोकल स्तर पर जारी हेल्पलाइन नंबर से आमजन को मोबाइल के गुम जाने वाली शिकायत दर्ज करने में आसानी हुई। खरीद बिल या IMEI नंबर अनुपलब्ध होने पर भी शिकायत प्राप्त की गई. 

4). सतत मॉनिटर एवं पुरस्कार

थाना स्तर पर दर्ज शिकायतों, ट्रेसबिलिटी एवं रिकवर मोबाइल के प्रोग्रेसिव रिपोर्ट हेतु जिला स्तर पर टीम बनाई गई। मासिक क्राइम मीटिंग में प्रत्येक थाने के रिकवरी प्रतिशत का विश्लेषण कर अच्छे कार्य करने वाले थाना प्रभारी एवं उनकी टीम को पुरस्कृत किया गया। 

5). तत्काल कार्यवाही

तकनीकी टीम और फील्ड स्टाफ के बीच समन्वय के माध्यम से त्वरित कार्यवाही करते हुए अलग अलग राज्यों, जिला या संबंधित पुलिस स्टेशन की मदद लेकर मोबाइल को पुनर्प्राप्त किया गया था। 

डिस्ट्रिक्ट, थाना एवं बीट स्तर पर मोबाइल फोन का वितरण

मोबाइल फोन पहले जिला स्तर पर ट्रेस कर दिए जाते थे। अब विकेन्द्रीकृत वितरण से सीधे मोबाइल फोन को पुलिस स्टेशन स्तर पर या माइक्रो बीट पुलिसकर्मियों द्वारा दूर गांवों में लोगों के घर जाकर सौंपा गया। मंडला पुलिस ने CEIR की मदद से ढूंढे मोबाइलों को दूर-दराज के गाँवों में रहने वाले ग्रामीण जन एवं आदिवासियों के घरों तक पहुँचाया।

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