किसानों के चेहरों में आई खुशी: जबलपुर के किसानों ने कहा सरकार का बेहतर निर्णय

जबलपुर, यशभारत। केंद्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानून वापस लेने का निर्णय लेने के बाद किसानों के चेहरों पर खुशी नजर आ रही है। जबलपुर से लेकर पूरे मध्यप्रदेश में कानून वापस लिए जाने पर खुशियां मनाई जा रही है, गैरराजनीतिक किसान संगठनों द्वारा मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया जा रहा है। जबलपुर के पाटन-पनागर, सिहोरा, बरेला और शहपुरा सहित अन्य क्षेत्रों के किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस निर्णय का स्वागत करते हुए बधाईयां दी है। मालूम हो कि सिंघु और टीकरी, दिल्ली बार्डर और देश में कई स्थानों पर किसान तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ बीते 14 महीने से किसान आंदोलन कर रहे थे। जबलपुर के सिहोरा में भी किसान संयुक्त मोर्चा के राकेश टिकैत ने भी आमसभा ली थी।
कांग्रेस ने बांटी मिठाई, किसानों की जीत हुई
शहर कांग्रेस जिला अध्यक्ष दिनेश यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सिविक सेंटर पर कृषि कानून वापस होने की बात पर मिष्ठान वितरण किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कानून वापस लेने का निर्णय स्वागत योग्य है, भाजपा सरकार अपने इस निर्णय पर कायम रहते हुए प्रस्ताव संसद में पास कराए। सरकार का निर्णय राजनीतिक नहीं होना चाहिए क्योंकि किसानों ने कृषि कानून को लेकर अपनी जान गंवाई है। यह निर्णय किसानों की जीत है।
कृषि कानून वापस लेने का निर्णय होना गर्व की बात है। लगातार सरकार के खिलाफ आंदोलन किए जा रहे थे। जबलपुर के विभिन्न क्षेत्रों से किसान कानून का लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। जिसका सुखद परिणाम सामने आया है। सरकार अपना निर्णय कायम करते हुए इसका प्रस्ताव संसद में पास कराए।
विनय पटेल, किसान नेता जुनवानी सिहोरा
सरकार ने बिना किसानों का पक्ष जाने बिल बनाया,जो किसानों के हित मे नही था। सरकार ने अपना निर्णय वापस लिया,उसके लिए धन्यवाद। प्रधानमंत्री जी से आग्रह है कि भविष्य में किसानों के हित मे निणज़्य लेने के पूर्व किसानों से भी चर्चा की जावे।
विनय पटेल, किसान सिहोरा
कानून वापस लेने पर प्रधानमंत्री और सरकार को सबसे पहले धन्यवाद। स्वागत योग्य निर्णय है। किसानों के चेहरों में खुशी झलक रही है। अभी तक किसान चिंता में थे, यह कानून उनके अधिकार छीन रहा था। किसान राहत महसूस कर रहे इसका प्रस्ताव सरकार जल्द पास कराए।
शशिकांत पांडे,किसान पनागर
सुबह जब प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन देते वक्त यह घोषणा की कृषि कानून वापस लिए जाएंगे तो खुशी का ठिकाना नहीं था। वास्तव में आज का दिन किसानों के लिए सबसे अच्छा दिन था। प्रधानमंत्री के इस निर्णय का किसानों ने स्वागत किया है।
यज्ञदत्त व्यास, किसान पनागर
आज की सुबह किसानों के चेहरों में मुस्कान वाली थी। प्रधानमंत्री ने कृषि कानून वापस लेकर किसानों के हितों में निर्णय लिया है। कानून वापस लेने में भले ही देर हुई परंतु सरकार का निर्णय स्वागत योग्य है।
अमित तिवारी, किसान, पड़वार बरेला
कृषि कानून वापस का निर्णय होने पर किसान भाईयों के साथ मिष्ठान वितरण किया गया। सरकार ने किसानों के हितों का ध्यान रखते निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री के संबोधन में यह बात सामने आई कि सरकार किसान हितैषी है।
मोहित गर्ग किसान पड़वार बरेला