कार डिवाइडर से टकराई, एक कॉन्स्टेबल समेत मां-बेटी की मौत; भोपाल में डॉक्टर ने फांसी लगाई
गुना जिले के बीनागंज में देर रात एक सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। एक्सीडेंट में एक 3 साल की बच्ची की भी मौत हुई है। मुरैना के सबलगढ़ और ग्वालियर निवासी दो कॉन्स्टेबल अपने परिवार के साथ दिवाली पर शाजापुर के कालापीपल से घर लौट रहे थे। कार में 7 लोग सवार थे। सुबह 5 बजे नेशनल हाईवे पर बरखेड़ा के पास उनकी कार डिवाइडर से टकराकर अनियंत्रित होकर पलट गई।
हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए। NHAI की एम्बुलेंस ने सभी को अस्पताल में भर्ती कराया। मौके पर कॉन्स्टेबल देवेंद्र दुबे (26) निवासी आमखो ग्वालियर, दूसरे कॉन्स्टेबल नीरज शर्मा की पत्नी और तीन साल की बेटी प्रियांशी ने दम तोड़ दिया। हादसे में देवेंद्र की पत्नी वैशाली दुबे(24) घायल हैं। पोस्टमॉर्टम के लिए दो मृतकों को बीनागंज अस्पताल और एक मृतक बच्ची को जिला अस्पताल भेज दिया गया। मुरैना में उनके परिवार वालों को सूचना दी गयी है। जिला अस्पताल में भर्ती घायलों में कोई भी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है।
भोपाल में शेयर मार्केट में नुकसान होने पर डॉक्टर ने लगाई फांसी
भोपाल के गौतम नगर थाना क्षेत्र स्थित पुराना नारियल खेड़ा में संजीवनी क्लीनिक के डॉक्टर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजन ने देर रात फांसी के फंदे पर लटकी देख डायल 100 और 108 एंबुलेंस को दी थी। मौके पर पहुंची एंबुलेंस की टीम ने जांच के बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने डॉक्टर का शव पीएम के लिए भेज दिया है। घटनास्थल के निरीक्षण में पुलिस को डॉक्टर के कमरे से सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उन्होंने अपनी मौत की जिम्मेदारी स्वयं ली है। सुसाइड नोट के अनुसार उन्होंने शेयर मार्केट में पैसा निवेश किया था और शेयर में घाटा होने के कारण उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया है।
थाना प्रभारी सौरभ पांडे ने बताया कि 56 साल राकेश कुमार मनहार पुत्र स्व रामसिंह, पुराना नारियलखेड़ा में रहते थे। इन दिनों की उनकी ड्यूटी संजीवनी क्लीनिक पर थी। वे संविदा नियुक्ति पर थे। उनके परिजन ने देर रात करीब डेढ़ बजे उन्हें फांसी के फंदे पर लटका देखा था।