काउंटिंग से पहले प्रशासनिक कामकाज में ऐसी तेजी, चार दिन में निपटे सीमांकन के 401 मामले
सीमांकन प्रकरणों के निराकरण हेतु विशेष अभियान चलवा रहे कलेक्टर
कटनी। कलेक्टर अवि प्रसाद के निर्देश पर जिले मे लंबित सीमांकन प्रकरणों के निराकरण हेतु चलाये जा रहे विशेष अभियान के तहत राजस्व अधिकारियों द्वारा किये गये बेहतर प्रयासों की वजह से अभियान के महज़ पहले चार दिनों में ही सीमांकन के 401 प्रकरण निराकृत किये जा चुके है।
● बड़वारा तहसील अव्वल
सीमांकन मामलों के लंबित प्रकरणों के निपटारे के नजरिये से जिले की बड़वारा तहसील अग्रणी है। यहां अब तक 57 सीमांकन के प्रकरण निराकृत किये जा चुके है। इसी प्रकार ढीमरखेडा तहसील सीमांकन के 53 प्रकरण निराकृत किये जाकर दूसरे स्थान पर है। जबकि तीसरे स्थान पर विजयराघवगढ़ तहसील ने 46 सीमांकन के प्रकरणों का निराकरण किया है। वहीं बहोरीबंद तहसील सीमांकन के 45 प्रकरणों का निराकरण कर चौथे स्थान पर है। कटनी नगर तहसील नें सीमांकन के 44 प्रकरणों का निपटान कर पांचवे स्थान पर है। जबकि जिले की रीठी और स्लीमनाबाद तहसील द्वारा सीमांकन के 42-42 प्रकरणों का निराकरण करते हुए संयुक्त रूप से छठवे स्थान पर काबिज है। जबकि सातवें स्थान पर बरही तहसील द्वारा सीमांकन के 40 प्रकरणों का निराकरण किया गया है। इसी प्रकार कटनी ग्रामीण तहसील ने सीमांकन के 32 प्रकरणों का निराकरण कर अंतिम पायदान पर है।
■ कलेक्टर के निर्देश
कलेक्टर श्री प्रसाद ने राजस्व अधिकारियों को सीमांकन प्रकरणों के निराकरण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
बताते चलें कि कलेक्टर श्री प्रसाद ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में निर्देशित किया था कि वर्तमान में गेहूं की फसल की कटाई की जा चुकी है ऐसे में जून माह तक खेतों के खाली रहने की ही संभावना है। यह स्थिति सीमांकन करने के लिए आदर्श और बेहतर स्थिति है। इसलिए सभी राजस्व अधिकारी इस सहज और अनुकूल स्थिति में लंबित सीमांकन प्रकरणों के निराकरण की दिशा में त्वरित और प्रभावी कार्यवाही करें। ताकि सीमांकन के सभी लंबित प्रकरणों का निराकरण हो सके। इसके बाद सीमांकन प्रकरणों के निपटारे में तेजी आई है।