कांजी हाउस में रखा कबाड़ , सड़क पर मवेशी
जबलपुर, । शहर में विचरण कर रहे बेसहारा मवेशियों को रखने के लिए संचालित चेरीताल स्थित कांजीहाउस में कबाड़ रखा है और मवेशी सड़कों में खुला घूम रहे हैं। गोवंश को संरक्षित रखने के नाम पर नगर निगम द्वारा इस कदर उदासीनता बरती जा रही है कि मवेशियों को अब तक स्थाई ठौर नहीं मिल पा रहा है। सड़क में खुला घूम रहे मवेशी शहर में जहां गंदगी कर रहे हैं वहीं यातायात व्यवस्था भी ध्वस्त कर रहे हैं। वहीं सड़क पर चलते राहगीरों को भी खदेड़ रहे हैं। नगर निगम की बिना कार्ययोजना के उमरिया में करीब पांच हजार मवेशियों को रखने के लिए बनाई जा रही गोशाला भी अधर में अटक गई है। करीब 30 एकड़ में 42 करोड़ रुपये से प्रस्तावित गोशाला समय के साथ सिमटती चली गई। अब यहां 19 एकड़ भूमि में ही गोशाला बनाई जा रही है लेकिन पिछले करीब तीन वर्ष बाद भी महज 20 फीसद निर्माण ही पूरा हुआ है। क्योंकि कोरोना के चलते फंड की कमी बताई जा रही है। जबकि शहर में अब भी करीब चार हजार बेसहारा मवेशी सड़कों में अब भी खुला घूम रहे हैं।
कांजी हाउस में तीन वर्षों से रखा कबाड़
चेरीताल स्थित कांजी हाउस को नगर निगम ने पिछले तीन वर्षों से कबाड़खाना बना लिया है। कांजी हाउस को बंद करते हुए यहां कबाड़ हो चुकी हैक्सी साइकिल व अन्य कबाड़ भर दिया गया है। कांजी हाउस के पास ही पुलिस विभाग का नया भवन बनाया जा रहा है। निर्माण सामग्री रखने के लिए भी कांजी हाउस का ही उपयोग किया जा रहा है।
सांडो की संख्या बढ़ी, हो चुकी है दो लोगों की मौत
शहर के प्रमुख मार्ग अधारताल, घमापुर, नौदराब्रिज, कलेक्ट्रेट रोड, मालवीय चौक, गल्ला मंडी के अलावा उपनगरीय क्षेत्रों रांझी, गढ़ा, मेडीकल, ग्वारीघाट सहित अन्य क्षेत्रों में सड़क पर विचरण करते या झुंड में बैठे मवेशी राहगीरों के लिए भी मुसीबत बन गए हैं। हाल के दिनों में बेसहारा सांडो की संख्या भी बढ़ गई है। सांड आपस में लड़ते हो तो उन्हें रोक पाना असंभव हो जाता है। इन सांडों की वजह से पिछले वर्ष दो लोगों की मौत भी हो चुकी है। विदित हो कि लटकारी के पड़ाव के समीप एक सांड ने वाहन सवार युवक पर हमला कर दिया था। सीने में सींग घुसने से युवक के प्राण पखेरू उड़ गए थे। इसी तरह बिलहरी के पास एक बाइक सवार रात में सड़क पर खड़े काले सांड से टक्करा गया था। टक्कर इतनी जोरदार थी कि सांड भी दूर जा गिरा था। इस टक्कर में भी बाइक सवार की मौत हो गई थी।