कन्या का अपमान:थैले में रखकर झाड़ियों में फेंकी नवजात, किलकारी सुन राहगीर पहुंचे, थैला खोला तो कपड़े में लिपटी हुई मिली मासूम
निवाड़ी जिले में कन्या का अपमान किया गया है। यहां तरीचरकलां क्षेत्र के बिनवारा गांव जाने वाले रास्ते में झाडिय़ों में नवजात मिली है। झाड़ियों से किलकारी सुनकर राहगीरों पहुंचे, तो वहां थैला रखा था। थैला खोला, तो उसमें कपड़े में लिपटी हुई नवजात बच्ची मिली। इसकी सूचना लोगों ने पुलिस को दी। वहीं, नवजात को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दरअसल, तरीचरकलां क्षेत्र के बिनवारा गांव जाने वाले रास्ते में झाड़ियों के अंदर से बच्ची के रोने की आवाज आई। वहां से निकल रहे राहगीरों ने मौके पर जाकर देखा तो थैले के अंदर बच्ची रोती हुई मिली। सूचना पर एंबुलेंस पहुंची। एंबुलेंस के ईएमटी ने थैले से बच्ची को निकाला। बच्ची को तरीचरकलां स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे।
वहां प्राथमिक उपचार देकर रात 9 बजे पुलिस, ईएमटी और स्टाफ नर्स के साथ नवजात को टीकमगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां एसएनसीयू वार्ड में नवजात को रखा गया है। बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है। मामले में पुलिस जांच कर रही है।
बच्ची का वजन 2 किलो 320 ग्राम
एसएनसीयू वार्ड के प्रभारी डॉ. कमलेश सूत्रकार ने बताया कि बच्ची फिलहाल सुरक्षित है। उसका वजन 2 किलाे 320 ग्राम निकला है। बच्ची को एसएनसीयू में वार्मर मशीन में रखा गया है। नवजात की सूचना जिले के अधिकारियों को दे दी गई है। बच्ची 20-25 घंटे की है।