कटनी ग्रेट सेपरेटर का ट्रायल रन, 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी सीआरएस स्पेशल, रेल संरक्षा आयुक्त ने किया निरीक्षण

कटनी, यश भारत। रेलवे नई परियोजनाओं के अंर्तगत अधोसरंचना निर्माण कार्यो को गति प्रदान के लिए कृत संल्कपित है। पश्चिम मध्य रेल में भी न्यू रेललाईन, दोहरीकरण एवं तिहरीकरण जैसे विभिन्न अधोसंरचना के निर्माण कार्य को तेजी से पूर्ण करने के निरंतर प्रयास जारी है। इसी कड़ी में अधोसरंचनात्मक रेल परियोजनाओं को महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय के सतत निगरानी में तेज गति के साथ किया जा रहा है। जिसके चलते कटनी ग्रेड सेपरेटर प्रोजेक्ट के अंतर्गत नवनिर्मित अप ग्रेड सेपरेट पर स्थित रेलखण्ड कटंगी खुर्द से न्यू मझगवां फाटक के मध्य कमीशनिंग के उद्देश्य से मध्य वृत (मुंबई) के रेल संरक्षा आयुक्त श्री मनोज अरोरा द्वारा दो दिवसीय 11 एवं 12 अगस्त को सघन निरीक्षण किया गया।
सोमवार 11 अगस्त को नवनिर्मित कटंगी खुर्द से न्यू मझगवां फाटक तक 15.85 किमी लम्बे अप ग्रेड सेपरेटर का रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा विस्तृत निरीक्षण किया गया। निरिक्षण के दौरान पॉइंट की हाउसिंग एवं टंग रेल, ब्रिज लेआउट की ड्राइंग, गर्डर एवं ब्रिज और रेलवे मानक मापदण्ड पर आधारित स्पान का अवलोकन, ब्रिज के बेरिंग, प्लेट, चैनल स्लीपर, बालस्ट, स्लीपर, ग्लूड जॉइंट, ट्रॉली घर, कुशन, इंप्रूव्ड SEJ, OHE लाइन, चेयरप्लेट, कर्ब (गोलाई), लेवल क्रॉसिंग एवं पॉइंट इत्यादि का गहनता से परीक्षण किया।
इसी प्रकार दूसरे दिन मंगलवार को संरक्षा की दृष्टि से नवनिर्मित अप ग्रेड सेपरेटर पर रेल संरक्षा आयुक्त ने कटंगी खुर्द से न्यू मझगवां फाटक तक पुरे सेक्शन में अधिकतम 120 किमी/घंटा की गति से सफल स्पीड ट्रायल किया।
उल्लेखनीय है कि इस कटनी ग्रेड सेपरेटर की कुल लंबाई 33.40 किमी है। जिसमें डाउन ग्रेड सेपरेटर (17.52 किमी) एवं अप ग्रेड सेपरेटर (15.85 किमी) है। इसमें उच्च गुणवत्ता वाले मैटेरियल एवं तकनीक तथा हैवी मशीनिरी का उपयोग किया गया है। यह भारत का सबसे लंबा रेलवे वायडक्ट कटनी ग्रेट सेपरेटर होगा। इस परियोजना की कुल निर्माण कार्य लागत लगभग रुपये 1800 करोड़ है।
इस निरीक्षण के दौरान मुख्यालय से मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) एम.एस. हाश्मी एवं निर्माण विभाग और अन्य संरक्षा संबंधी विभागों के अधिकारियों के साथ-साथ जबलपुर मंडल से मंडल रेल प्रबंधक श्री कमल कुमार तलरेजा एवं वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय), वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक, सीनियर डीईई (टीआरडी) के साथ इरकॉन के अधिकारियों सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
कटनी ग्रेड सेपरेटर परियोजना के फायदे
बीना-कटनी के रेलखण्ड में फ्रेट ट्रेन के परिचालन में वृद्धि के साथ गति प्रदान करेगा। कटनी, न्यू कटनी जंक्शन, कटनी मुड़वारा जैसे अतिव्यस्त क्षेत्र से रेलखण्ड का बायपास होगा। माल यातायात में वृद्धि होने से फ्रेट ट्रेनों के समय मे बचत होगी साथ ही आवागमन में आसानी होगी। पमरे के रेल राजस्व में भी वृद्धि होगी। इस नवनिर्मित अप ग्रेड सेपरेटर से बीना से न्यू कटनी जंक्शन के विभिन्न स्टेशनों के बीच सीधी और निर्बाध रेल कनेक्टिविटी संभव होगी। इससे न केवल यात्रियों को सुविधा होगी, बल्कि माल परिवहन में भी दक्षता आएगी।
कटनी, यश भारत। रेलवे नई परियोजनाओं के अंर्तगत अधोसरंचना निर्माण कार्यो को गति प्रदान के लिए कृत संल्कपित है। पश्चिम मध्य रेल में भी न्यू रेललाईन, दोहरीकरण एवं तिहरीकरण जैसे विभिन्न अधोसंरचना के निर्माण कार्य को तेजी से पूर्ण करने के निरंतर प्रयास जारी है। इसी कड़ी में अधोसरंचनात्मक रेल परियोजनाओं को महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय के सतत निगरानी में तेज गति के साथ किया जा रहा है। जिसके चलते कटनी ग्रेड सेपरेटर प्रोजेक्ट के अंतर्गत नवनिर्मित अप ग्रेड सेपरेट पर स्थित रेलखण्ड कटंगी खुर्द से न्यू मझगवां फाटक के मध्य कमीशनिंग के उद्देश्य से मध्य वृत (मुंबई) के रेल संरक्षा आयुक्त श्री मनोज अरोरा द्वारा दो दिवसीय 11 एवं 12 अगस्त को सघन निरीक्षण किया गया।
सोमवार 11 अगस्त को नवनिर्मित कटंगी खुर्द से न्यू मझगवां फाटक तक 15.85 किमी लम्बे अप ग्रेड सेपरेटर का रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा विस्तृत निरीक्षण किया गया। निरिक्षण के दौरान पॉइंट की हाउसिंग एवं टंग रेल, ब्रिज लेआउट की ड्राइंग, गर्डर एवं ब्रिज और रेलवे मानक मापदण्ड पर आधारित स्पान का अवलोकन, ब्रिज के बेरिंग, प्लेट, चैनल स्लीपर, बालस्ट, स्लीपर, ग्लूड जॉइंट, ट्रॉली घर, कुशन, इंप्रूव्ड SEJ, OHE लाइन, चेयरप्लेट, कर्ब (गोलाई), लेवल क्रॉसिंग एवं पॉइंट इत्यादि का गहनता से परीक्षण किया।
इसी प्रकार दूसरे दिन मंगलवार को संरक्षा की दृष्टि से नवनिर्मित अप ग्रेड सेपरेटर पर रेल संरक्षा आयुक्त ने कटंगी खुर्द से न्यू मझगवां फाटक तक पुरे सेक्शन में अधिकतम 120 किमी/घंटा की गति से सफल स्पीड ट्रायल किया।
उल्लेखनीय है कि इस कटनी ग्रेड सेपरेटर की कुल लंबाई 33.40 किमी है। जिसमें डाउन ग्रेड सेपरेटर (17.52 किमी) एवं अप ग्रेड सेपरेटर (15.85 किमी) है। इसमें उच्च गुणवत्ता वाले मैटेरियल एवं तकनीक तथा हैवी मशीनिरी का उपयोग किया गया है। यह भारत का सबसे लंबा रेलवे वायडक्ट कटनी ग्रेट सेपरेटर होगा। इस परियोजना की कुल निर्माण कार्य लागत लगभग रुपये 1800 करोड़ है।
इस निरीक्षण के दौरान मुख्यालय से मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) एम.एस. हाश्मी एवं निर्माण विभाग और अन्य संरक्षा संबंधी विभागों के अधिकारियों के साथ-साथ जबलपुर मंडल से मंडल रेल प्रबंधक श्री कमल कुमार तलरेजा एवं वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय), वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक, सीनियर डीईई (टीआरडी) के साथ इरकॉन के अधिकारियों सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
कटनी ग्रेड सेपरेटर परियोजना के फायदे
बीना-कटनी के रेलखण्ड में फ्रेट ट्रेन के परिचालन में वृद्धि के साथ गति प्रदान करेगा। कटनी, न्यू कटनी जंक्शन, कटनी मुड़वारा जैसे अतिव्यस्त क्षेत्र से रेलखण्ड का बायपास होगा। माल यातायात में वृद्धि होने से फ्रेट ट्रेनों के समय मे बचत होगी साथ ही आवागमन में आसानी होगी। पमरे के रेल राजस्व में भी वृद्धि होगी। इस नवनिर्मित अप ग्रेड सेपरेटर से बीना से न्यू कटनी जंक्शन के विभिन्न स्टेशनों के बीच सीधी और निर्बाध रेल कनेक्टिविटी संभव होगी। इससे न केवल यात्रियों को सुविधा होगी, बल्कि माल परिवहन में भी दक्षता आएगी।







