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एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने कहा : सौंदर्यीकरण के बाद ससम्मान कराएंगे माधवराव सिंधिया की प्रतिमा का अनावरण, जिला प्रशासन द्वारा चिन्हित स्थान पर स्थापित कराई गई प्रतिमा

कटनी, यशभारत। कटनी-सतना मार्ग पर चाका बायपास के पास स्थापित पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की प्रतिमा के गले में रस्सी बांधकर जेसीबी से आपत्तिजनक तरीके से हटाने के मामले को संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश के बाद निर्माण कार्य एजेंसी के 4 इंजीनियर्स को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के जिम्मेदार अधिकारियों को कार्य के प्रति लापरवाही बरतने के संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिवस के अंदर जबाब पेश करने का निर्देशित किया गया है। प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएचएआई ने बताया कि चाका बायपास में जहां पर प्रतिमा स्थापित थी, वहां से 80 मीटर दूरी पर जिला प्रशासन द्वारा चिन्हित स्थान पर प्रतिमा स्थापित कराई गई है। सौंदर्यीकरण के बाद आगे का काम होगा व पूर्व की तरह ही ससम्मान पूर्वक प्रतिमा का अनावरण कराएंगे। इस संबंध में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण परियोजना के निदेशक आनन्द प्रसाद ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 के पीरबाबा-चाका बायपास मार्ग का निर्माण कार्य प्रगतिरत है, जिसमे चाका जंक्शन का विकास कार्य चल रहा है, जिसमे पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की प्रतिमा पूर्व से स्थापित थी। जंक्शन विकास कार्य के लिए उक्त प्रतिमा को स्थानांतरित करने के लिये प्रशासन से अनुमति प्राप्त कर नये चिन्हित स्थान पर विस्थापित की जानी थी लेकिन जिस तरीके से प्रतिमा के गले में रस्सी बांधकर जेसीबी से उठाकर हटाया गया, इसको लेकर युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष सहित अन्य नेताओं ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की। मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा विस्थापन प्रक्रिया के तरीके को संज्ञान में लेते हुए दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये थे। जिसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 के कटनी चाका बायपास मार्ग के चौड़ीकरण के दौरान चाका बायपास में स्थापित प्रतिमा को स्थानांतरित करने के आपत्तिजनक तरीके के लिए जिम्मेदार संबंधित अधिकारियों निर्माण कार्य एजेंसी के जिम्मेदार सीनियर इंजीनियर मनोज वर्मा, इंजीनियर आशीष सिंह परिहार तथा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के प्राधिकरण अभियंता के जिम्मेदार टीम लीडर राजेश कुमार नेमा एवं सहायक ब्रिज इंजीनियर दीपक सोनी को दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। मामले की प्रशासन व परियोजना द्वारा जांच कराई जा रही है। एनएचएआई के साइड इंजीनियर हेमंत गौतम, प्रबंधक तकनीक आशीष करियाल को भी नोटिस जारी किया गया है। परियोजना निदेशक आनंद प्रसाद ने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

युवा कांग्रेस की मांग : ससम्मान स्थापित की जाए प्रतिमा

राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माण को लेकर लमतरा के पास लगी कांग्रेस नेता स्व. माधव राव सिंधिया की मूर्ति को अपमानित तरीके से हटाने पर युवा कांग्रेस अध्यक्ष दिव्यांशु अंशु मिश्रा ने अपने ट्विटर के एक्स होल्डर अकाउंट पर इसका विरोध किया। दरअसल राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण कार्य के चलते चौराहे पर लगी कांग्रेस नेता माधवराव सिंधिया की प्रतिमा के गले में रस्सी बांधकर जेसीबी के सहारे नीचे उतरा गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा और इसकी कड़ी निंदा होने लगी। कांग्रेस नेता दिव्यांशु अंशु मिश्रा ने इस कृत्य को मप्र के विकास में माधवराव सिंधिया के योगदान का अपमान बताते हुए अपने ट्विटर के एक्स होल्डर पर लिखा कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया को जिस शिद्दत से मान-सम्मान प्रतिष्ठा पूर्ण तरीके से स्थापित किया गया था, आज उतने ही अपमानपूर्ण तरीके से प्रतिमा के गले में रस्सी बांधकर उन्हें हटाया गया। जो की दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारी मांग है कि ससम्मान प्रतिष्ठापूर्ण तरीके से उनकी प्रतिमा वापस स्थापित की जाए।

मुख्यमंत्री को शिकायत के बाद निजी कंपनी के अधिकारियों का निलंबन हास्यास्पद

जिला कांग्रेस अध्यक्ष करण सिंह चौहान ने आरोप लगाया है कि जिस तरीके से पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीमंत माधवराव सिंधिया की मूर्ति का अपमान हुआ है, उस संबंध में मुख्यमंत्री मोहन यादव एवं कलेक्टर को संदेश भेजकर शिकायत दर्ज कराई थी कि दोषी अधिकारियों के ऊपर कारवाई किया जाना चाहिए। इस संबंध में जो प्रशासनिक कार्रवाई हुई है, वह बड़ी हास्यापद प्रतीत होती है कि प्राइवेट कंपनी के कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया, इसे शासकीय तौर पर देखा जाए तो कुठला थाने के नजदीक यह मूर्ति वर्षों से स्थापित थी, जहां पर कुठला पुलिस खड़े होकर चालान काटती है और उनके रहते शासकीय तौर पर स्थापित प्रतिमा को खंडित करने के प्रयास किया गया और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। पुलिस पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। प्रशासनिक तौर पर जिन अधिकारियों की जिम्मेदारी है, उन्हें भी नोटिस देकर तलब किया जाना चाहिए कि ऐसी घटना क्यों हुई। इस घटना के निर्माण अधीन सडक़ के ठेकेदार के ऊपर मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। श्री चौहान ने कलेक्टर से अनुरोध किया है कि श्रीमंत माधवराव सिंधिया की मूर्ति को कहां रखा गया है, क्या वह मूल अवस्था पर है, अथवा खंडित हो गई है, इसका परीक्षण होना आवश्यक है और आम जनमानस में उसकी तस्वीर जनसंपर्क से जारी किया जाना चाहिए।

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