आर्मी भर्ती निरस्त को लेकर युवाओं की हुडदंग: घरों में बरसाए पत्थर, महिला को जान बचाकर भागना पड़ा
आर्मी के जवानों ने हुड़दंगियों पर भांजी लाठियां, दुकानें हुई क्षतिग्रस्त

जबलपुर, यशभारत। सेना में भर्ती होने आए युवकों ने सोमवार की देररात जमकर उपद्रव किया। पेंटीनाका मोदीबाड़ा क्षेत्र के घरों में पत्थर बरसाते हुए युवकों ने आसपास से गुजरने वाले लोगों के साथ मारपीट की। युवक भर्ती निरस्त होने से नाराज थे और इसी बात को लेकर उन्होंने अपना गुस्सा केंट के रहवासियों पर उतारा। इस दौरान चाय का ठेला लगाने वाली महिला के साथ अभद्रता की गई उसे अपना ठेला छोड़कर भागना पड़ा। इतना ही नहीं युवाओं के गुट ने जमकर गालीगलौच करते हुए बस्ती में भी घुसने का प्रयास किया। बताया जाता है कि मौके पर उपस्थित दो पुलिस जवान भी हुड़दंगियों को देखकर किनारे हो गए। जिसकी शिकायत दुकानसंचालकों ने कैंट थाने में दर्ज करवाई है।
कैंट बोर्ड पार्षद अमरचंद बावरिया ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि जेक में आर्मी भर्ती चल रही है। जिसके लिए सैकड़ों युवा यहां भर्ती में सम्मिलित होने के लिए आए है। दरमियानी रात करीब 12 बजे सैकड़ों युवाओं ने कैंट के मोदीबाड़ा में दुकानों पर यकायक पत्थर बरसाना शुरु किए। किसी भी दुकान संचालक को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि आखिर यह हो क्या रहा है। रहवासियों ने जब बाहर निकल कर देखा तो हुड़दंगी युवा अपने जुनून के मद में जमकर गालियां देेते हुए दुकान में लगे तालों को खोलने के जुगाड़ में पत्थर मार रहे है।
जान बचाकर भागी महिला
प्रशांत तिवारी निवासी कैंट मोदीबाड़ा ने बताया कि उसकी यहां मोबाइल की शॉप है, जिसका वह संचालन करता है। उसी से लगकर मां माया तिवारी की चाय की दुकान है। देर रात भर्ती में शामिल होने आए सैकड़ों युवाओं ने एकदम से धाबा बोल दिया और पत्थर बरसाने शुरु कर दिए। कुछ समझ नहीं आ रहा था। जिसके बाद माँ घर छोड़कर भागी तब कहीं जाकर जान बच पाई ।
आर्मी भर्ती कैंसिल होने से थे आक्रामक
कैंट पार्षद बावरिया ने बताया कि किन्हीं कारणों के चलते आमीज़् भतीज़् कैंसिल हो चुकी थी, अब यहां अनेक जिलों से आए युवा कहां रुकते। इसका गुस्सा उतारने के लिए उन्होंने एकराय होकर सीधा हमला बोल दिया। जिससे दुाकनों के दरबाजों और छज्जें क्षतिग्रस्त हो गए।
आर्मी ने भांजी लाठियां
आमीज़् भतीज़् कैंसिल होने के बाद आक्रामक हुए हुड़दंगियों को सम्हालने के लिए स्थिति को भांपकर आमीज़् के जवानों ने देर रात जमकर ल_ भांजे। जिसके बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया। जिसको जहां जगह मिल रही थी, वह वहीं भाग रहा था। तो वहीं पुलिस के जवानों ने भी मोचाज़् सम्हालते हुए हुड़दंगियों को दूर खदेड़ दिया।
क्यों नहीं की व्यवस्था
इस पूरे मामले पर कैंट बोर्ड पार्षद बावरिया ने कहा कि आर्मी भर्ती को लेकर पुलिस और प्रशासन में सामंजस्य नहीं रहा, जिसके चलते इतनी बड़ी घटना हो गयी। यदि इस मौके पर कोई अप्रिय स्थिति घटित जो जाती तो इसका खामियाजा क्षेत्रवासियों को ही भुगतना पड़ता।
अनेक दुकान संचालकों ने की शिकायत
पीडि़त प्रशांत तिवारी ने बताया कि कैंट थाने में अनेक दुकानसंचालकों के साथ मामले की शिकायत की है। दुकानें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकीं हैं। आखिर इसकी क्षतिपूतिज़् कौन करेगा।