जबलपुरमध्य प्रदेश

आयुष्मान फर्जीवाड़े में सेंट्रल किडनी हॉस्पिटल की संचालिका श्रीमति दुहिता एवं डॉ. अश्वनी पाठक 1 दिन की पुलिस रिमांड पर : करोड़ों का फर्जीबाड़ा हो सकता है उजागर…….देखें वीडियो….

- लार्डगंज पुलिस ने किया था गिरफ्तार, जांच जारी

WhatsApp Icon
Join Yashbharat App

जबलपुर, यशभारत। आयुष्मान भारत योजना में फर्जीबाड़े के आरोपी सेंट्रल किडनी हॉस्पिटल की संचालिका श्रीमति दुहिता एवं डॉ. अश्वनी पाठक को आज सोमवार को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। जहां से दोनों को माननीय न्यायालय ने 1 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया। बताया जा रहा है कि योजना में संचालिक और डॉक्टर पाठक ने करोड़ों के वारे-न्यारे किए है। अब पुलिस पूछताछ के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

आयुष्मान भारत योजना के नाम जबलपुर में बड़े गोरखधंधा का खुलासा हुआ है। जांच के दौरान योजना से जुड़े अधिकारियों और पुलिस ने पाया कि आयुष्मान योजना के तहत फ र्जीवाड़ा हुआ है। लिहाजा सेंट्रल किडनी हॉस्पिटल से लगे होटल वेगा को सील कर डॉक्टर अश्विनी पाठक और उनकी पत्नी दुहिता पाठक को गिरफ्तार कर लिया गया। बिना अनुमति के होटल को हॉस्पिटल का रूप देकर बड़े स्कैम को अंजाम दिया जा रहा था। सामान्य सर्दी-जुकाम, सिर-दर्द जैसी बीमारी को गंभीर बताकर डॉ. अश्विनी पाठक आयुष्मान योजना में मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज कर रहे थे।

गौरतलब है कि डॉ. अश्विनी पाठक ने एक तो बगैर अनुमति होटल को हॉस्पिटल का रूप दे दिया, फि र अधिकतम पांच लाख तक मुफ्त उपचार वाली केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना के तहत गलत ढंग से भुगतान लेना शुरू कर दिया। होटल में करीब तीन दर्जन से अधिक मरीज मिले थे। अस्पताल की तरह होटल में पलंग, ऑक्सीजन के पाइप और दिखावे की कई व्यवस्थाएं थीं। मरीज के रूप में जो लोग मिले वह सभी आयुष्मान भारत योजना के कार्डधारी निकले। दिखावे के लिए कई लोगों को जबरदस्ती ग्लूकोज की ड्रिप चढ़ाकर रखी गई थी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button