आईजी उमेश जोगा की सतर्कता: नेफिस से 3 हत्या और नकबजनी मामलों का खुलासा
जबलपुर, यशभारत। पुलिस के लिए नेशनल ऑटोमेटिड फिंगर प्रिंट आईडेंटीफिकेशन सिस्टम कारगार साबित हो रहा है। इसके तहत जबलपुर जोन में 3 हत्या और कुछ नकबजनी के प्रकरणों का खुलासा हुआ है।
जबलपुर जोन अंतर्गंत जिलों में नेफिस (नेशनल ऑटोमेटिड फिंगर प्रिंट आईडेंटीफिकेशन सिस्टम) के माध्यम से हत्या के 03 अपराधों में मृतक की एवं नकबजनी के 04 अपराधों मे आरोपियो की पतासाजी, नेफिस के माध्यम से अज्ञात मृतक की पहचान स्थापित करने वाला थाना कुरई सिवनी का हत्या का अपराध देश एवं म.प्र. का पहला अपराध, इसके उपरांत ट्रेस अन्य 02 अपराध भी जबलपुर जोन के उमेश जोगा, अति. पुलिस महानिदेशक, जबलपुर जोन के द्वारा अपराधों की विवेचना का स्तर सुधारने,ं उसकी गुणवत्ता बढ़ाने एवं विवेचना मे तकनीकी संसाधनों का उपयोग कर आरोपियों को पकडऩे तथा उन्हे माननीय न्यायालय से दोषसिद्ध कराने के लिये लगातार मीटिंग में तथा प़त्राचार के माध्यम से जोन के पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया गया है।
पूर्व मे चिन्हित अपराधों मे सजायाबी होने पर उत्कृष्ट विवेचना करने वाले विवेचकों को अति. पुलिस महानिदेशक, जबलपुर जोन के द्वारा पुरूस्कृत किया गया था। अज्ञात मृतक अथवा अज्ञात आरोपियों से सबंधित गंभीर अपराधों मे फिंगर प्रिंट मिलान की अहम भूमिका है। जो समस्त पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया गया था कि उनके जिले मे घटित होने वाले ऐसे प्रकरणों में तत्काल अज्ञात मृतक के अथवा घटना स्थल से चांस फिंगर प्रिंट लिये जाकर उन्हे नेफिस में अपलोड कर उनका मिलान किया जावे। नेफिस (National Automated Fingerprint Identification System – NAFIS) केन्द्र सरकार की नेशनल क्राईम रिकाडज़् ब्यूरो द्वारा संचालित फिंगर प्रिंट आधारित साफटवेयर है। जिसका शुरूआत के पश्चात यह अभी अपने पहले चरण मे कायज़्रत है। जिसमे मध्य प्रदेश के सभी जिलों मे फिंगर प्रिंट विशेषज्ञ के द्वारा इसका संचालन किया जा रहा है।
वर्ष 2022 मे जबलपुर जोन में अनसुलझी हत्या के 03 अपराधों मे (सिवनी-1, छिंदवाडा-1, जबलपुर-1) मृतक के फिंगर प्रिंट लिये जाकर नेफिस के माध्यम से उन्हे ट्रेस किया जाकर उनकी शिनाख्त की गई, जिसके आधार पर उक्त तीनों हत्या के प्रकरण मे आरेापियों की गिरफतारी की जाकर उनका खुलासा किया जा सका। जिला सिवनी के कुरई मे दिनांक 24.04.2022 को वफर जोन आरक्षित वन नागपुर हाईवे से 100 मीटर दूरी पर अज्ञात पुरूष की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में मिली थी जिसके फिंगर प्रिंट को नेफिस सिस्टम मे अपलोड करने पर 2 दिवस मे मृतक की पहचान हो जाने से प्रकरण मे आरोपियों को गिरफतार कर खुलासा किया गया। यह प्रकरण मध्यप्रदेश के साथ-साथ देश का पहला ऐसा अपराध था जिसमे मृतक की पहचान नेफिस सिस्टम से हुई थी। इस तकनीक के माध्यम से बाद मे जिला छिंदवाडा एवं जिला जबलपुर में भी 1-1 मृतक की पहचान सुनिश्चित कर आरोपियों को गिरफतार किया गया। मध्यप्रदेश मे अभी तक मात्र 3 हत्या के अपराध मे मृतक की पहचान नेफिस के माध्यम से हुई है जो कि सभी 3 अपराध जबलपुर जोन के है।
जबलपुर के अपराध में मृतक की मृत्यु 2020 मे हुई थी, प्रकरण अज्ञात मृतक एवं अज्ञात आरोपी होने से लगातार लंबित चला रहा था। नेफिस के माध्यम से मृतक के फिंगर प्रिंट के आधार पर उसकी शिनाख्त डिंडोरी निवासी के रूप में जुलाई 2022 मे हुई। जिसके आधार पर आरोपी की पतारसी कर उसे गिरफतार किया गया। उक्त गंभीर एवं अनसुलझे अपराध में सुश्री प्रियंका शुक्ला, भा.पु.से., नगर पुलिस अधीक्षक बरगी के द्वारा सतत् एवं तत्परता से मॉनिटरिंग कर सतत् कायज़्वाही कराकर अज्ञात मृतक एवं आरोपी की पतारसी एवं गिरफतारी कराकर, उत्कृष्ट नेतृत्व क्षमता का परिचय दिये जाने के फलस्वरूप अति. पुलिस महानिदेशक, जबलपुर जोन, जबलपुर के द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदाय किया गया है एवं जोन के प्रकरणो मे मृतक की पहचान स्थापित करने में सराहनीय कायज़् करने वाले जिले मे पदस्थ फिंगर प्रिंट एक्सपर्टज़् जोनल फिंगर प्रिन्ट प्रभारी निरीक्षक अखिलेश चौकसे जबलपुर, उप निरीक्षक (फिंगर प्रिंट) रूबी चौहान जबलपुर, उप निरीक्षक फिंगर पिं्रट रितु उईके सिवनी, उप निरीक्षक फिंगर पिं्रट सत्येन्द्र सिंह बघेल छिंदवाडा को नगद ईनाम प्रदाय किया जाकर उनका प्रोत्साहन किया गया है।
इसी प्रकार संपत्ति संबंधी अपराधों मे नकबजनी के 04 अपराधों (नरसिंहपुर-1, जबलपुर-1, छिंदवाडा-2) मे घटनास्थल मौके पर से आरोपी के मिले फिंगर प्रिंट को लिफट किया जाकर उन्हे नेफिस के माध्यम से उन्हे ट्रेस किया जाकर आरोपी की पहचान की गई, तथा उक्त सभी चारों प्रकरणों मे आरोपियो को गिरफतार कर उनसे मशरूका बरामद किया गया। इसमे जबलपुर जिले मे आरोपियों से अन्य 03 नकबजनी का भी खुलासा हुआ, जिनसे लगभग 4 लाख रूपये के मशरूका की जप्ती हुई। इस प्रकार जोन अंतगज़्त जिलों में कुल 7 नकबजनी के अपराधों का खुलासा होकर 7 आरोपियों को गिरफतार कर लगभग 5 लाख रूपये का मशरूका बरामद किया गया।
1. सिवनी जिले मे अज्ञात मृतक की नेफिस सिस्टम की मदद से उज्जैन के अपराधी के रूप मे पहचान उपरांत हत्या के आरोप मे नागपुर निवासी 02 आरोपियों को गिरफतार करने मे सफलता:- थाना कुरई जिला सिवनी के अप क्र. 235/22 धारा 302, 201, 34 भादवि
2. छिंदवाड़ा जिले में अज्ञात मृतक की नेफिस सिस्टम की मदद से कोतवाली छिंदवाडा के चोर के रूप में पहचान होने पर आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता – थाना जीआरपी छिंदवाड़ा में अपराध क्रमांक 03/22 धारा 302, 201 भादवि
3. जबलपुर जिले में अज्ञात मृतक की नेफिस सिस्टम की मदद से डिंडोरी के अपराधी के रूप में पहचान होने पर सिवनी निवासी आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता – जिला जबलपुर थाना बरगी के अप. क्र. 433/2020 धारा 302, 201 भादवि (मगज़् क्रमांक- 98/20 धारा 174 जाफौ)
संपत्ति संबंधी अपराध (गृहभेदन/नकबजनी) में नेफिस सिस्टम के माध्यम से आरोपियों की पतासाजी एवं बरामद मशरूका की जानकारी:-
4. थाना संजीवनीनगर के अपराध मे नेफिस से आरोपी की पहचान होने पर 04 नकबजनी का खुलासा, लगभग 4 लाख रूपये का मशरूका जप्त:- थाना संजीवनी नगर जिला जबलपुर के 1. अपराध क्रमांक 98/22 धारा 457, 380 भादवि, 2. अप. क्र. 223/21 धारा 457, 380 भादवि, 3. अप. क्र. 242/21 धारा 457, 380 भादवि, 4. अप. क्र. 37/22 धारा 457, 380 भादवि,
5. जिला छिंदवाडा अंतगज़्त थाना परासिया के 02 अपराध मे नेफिस से आरोपी की पहचान होने पर 02 नकबजनी का खुलासा, लगभग 20 हजार रूपये का मशरूका जप्त:-
(1) थाना परासिया जिला छिंदवाड़ा के अपराध क्रमांक 275/22 धारा 454, 380 भादवि:-
(2) थाना परासिया जिला छिंदवाड़ा के अपराध क्रमांक 276/22 धारा 454, 380 भादवि
6. जिला नरसिंहपुर थाना पलोहा के नकबजनी के अपराध में गिरफतार आरोपी की नेफिस सिस्टम से पुख्ता पहचान:- थाना पलोहा जिला नरसिंहपुर के अपराध क्रमांक 180/21 धारा 457, 380 भादवि