जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

छोटे भाई के लिए खरीदी थी राखी, सर्पदंश से भाई की मौत… सर्पदंश के तीन मामले, दो की मौत, एक उपचाररत

एक घटना में बहन ने खोया भाई, खेत में काम करते कृषक की मौत,  निवास क्षेत्र में होती हैं सबसे ज्यादा सर्प दंश की घटनाएं

मंडला|  जिले में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया है। एक ओर बारिश का कहर देखने को मिल रहा, वही जंगल, पहाड़ी क्षेत्र से जहरीले जीव जंतु रहवासी इलाके में आ रहे है। जिसके कारण लगातार सर्प दंश की घटनाएं सामने आने लगी है। प्रतिवर्ष निवास विकासखंड में सर्पदंश की घटनाए ज्यादा घटित होती है। वहीं इस वर्ष भी निवास थाना क्षेत्र में बुधवार को तीन सर्प दंश की घटनाएं सामने आई हैं। जिसमें दो लोगो की मौत हो गई, वहीं एक का उपचार जारी हैं। सर्पदंश की घटना में एक 09 वर्षीय बालक भी शामिल हैं।

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निवास बीएमओ डॉ. विजय पेगवार ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सर्प दंश की घटना के बाद तत्काल स्वास्थ्य केन्द्र नहीं आते है, घंटो बीत जाने के बाद ग्रामीण इलाज के लिए स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचते हैं। जिसके कारण सर्पदंश वाले की मौत हो जाती है। यदि समय में उन्हें लाया जाता है तो सर्पदंश पीडि़त को बच भी सकते हैं। बुधवार को सर्पदंशी की पहली घटना में निवास के ग्राम ददरगांव निवासी नन्हे लाल यादव को खेत में कृषि कार्य करते समय सांप ने काट लिया। जिसमें इसकी मौत हो गई। वहीं दूसरी घटना में ग्राम रेडम निवासी 09 वर्षीय बालक साजल परस्ते सर्पदंश का शिकार हो गया। जिसमें इसकी भी मौत हो गई। वहीं तीसरी घटना ग्राम पद्दीकोना में घटित हुई। जहां एक महिला रामा बाई घर में अकेली सो रही थी, इसी दौरान सर्प ने काट लिया। जिसे तत्काल उपचार के लिए ले जाया गया, जहां महिला का उपचार चल रहा है, जो अब खतरे से बाहर है।

 

पहल घटना- 09 वर्ष का बालक सर्पदंश का शिकार

जिले भर में जहां बारिश का दौर जारी हैं। जिसके कारण जहरीले जीव जंतु अब रहवासी इलाकों में पहुंच रहे। जिससे सर्प दंश की घटना सामने आ रही हैं। निवास थाना क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम रेडम निवासी 09 वर्षीय बालक साजल परस्ते पिता सुखसेन्न अपने घर में अम्मा के साथ नीचे जमीन पर सोया हुआ था। इसी दौरान सर्प ने काट दिया और किसी को पता ही नही चला। सुबह साजल कुछ देर तक ठीक था, फिर अचानक बेहोश हो गया। इसी दौरान जब परिजनों ने बिस्तर पर एक बड़े जहरीले सांप को बैठा हुआ देखा तो, आनन फानन में साजल को निवास सीएचसी में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान बालक की मौत हो गई। घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई। वही बालक का पीएम कराकर शव परिजनों को सौप दिया गया।

 

हाथों में राखी लेकर रोती रही मृतक की बहन

निवास सीएम राइस में अध्यनरत बालिका राजेश्वरी ने कभी ख्वाब में भी नही सोचा होगा कि जिस भाई की कलाई में बांधने के लिए राखी खरीदी है, उस राखी को वह अपने छोटे भाई की कलाई में कभी नहीं बंधा सकेगी। राजेश्वरी का भाई साजल सर्पदंश का शिकार हो गया था। भाई के मौत की खबर जैसे ही मिली बहन रोती बिलखती सीएचसी निवास पहुंच गई। राजेश्वरी बेसुध होकर आंखों में आसू लिये हाथ में राखी का धागा रखे रोती रही। जिसने भी इस मार्मिक दृश्य को देखा उसकी आंखे नम हो गई।

 

दूसरी घटना – खेत में काम करते समय सर्प ने काटा, मौत

निवास के ग्राम ददरगांव में कृषि कार्य करते समय एक कृषक की सर्प दंश से मौत हो गई। बताया गया कि नन्हे लाल पिता रामा 50 वर्ष निवासी ददर गांव अपने खेत में कृषि कार्य कर रहा था, इसी दौरान अचानक जहरीले सर्प ने पैर में काट दिया। उसने सर्प काटने की जानकारी एक अन्य साथी को दी। आनन फानन में परिजन निजी वाहन से निवास सीएचसी उपचार के लिए लेकर आए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। निवास बीएमओ डॉ. विजय पेगवार नन्हें लाल का जांच परीक्षण कर मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई।

 

तीसरी घटना – घर में सो रही महिला को सर्प ने काटा

निवास थाना क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पद्दी कोना में भी सर्प दंश का मामला सामने आया हैं। हालाकि घटना के बाद तुरंत बाद ही महिला को निवास सीएचसी में लाया गया, जिससे महिला खतरे से बाहर बताई गई हैं। जानकारी अनुसार रामा बाई पति अचलु परस्ते 58 वर्ष पद्दीकोना निवासी घर में अकेली सो रही थी। सुबह अचानक सर्प ने पैर की ऊंगली में काट लिया। महिला रोते बिलखते अपने पड़ोसियों को सूचना दी और उसे निजी वाहन से तत्काल निवास सीएचसी में लाकर भर्ती कराया गया। जहां महिला का उपचार जारी हैं। महिला फिलहाल खतरे से बाहर हैं। घटना की जानकारी निवास पुलिस को दी गई है।

 

समय से अस्पताल नही पहुंचते सर्पदंश केस

निवास बीएमओ डॉ. विजय पेगवार ने बताया की निवास क्षेत्र में सबसे ज्यादा सर्प दंश की घटनाएं होती हैं लेकिन कुछ ही लोग समय पर उपचार के लिए पहुंचते हैं, जिन्हे हम बेहतर इलाज करके उन्हें ठीक कर देते हैं। समय पर उपचार मिल जाता हैं। वही सर्पदंश के अधिकतर केस में पीडि़त को घंटो बाद लाया जाता है। ग्रामीण क्षेत्र के ज्यादातर लोग अंधविश्वास के चलते झाड़ फुक में अपना समय गवा देते है, जिससे सर्पदंश से पीडि़त व्यक्ति की हालत और खराब हो जाती है। जब पीडि़त को निवास सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर आया जाता है, तब तक बहुत देर हो जाती है। जिसके कारण अधिकत्तर केस में पीडि़त दम तोड़ देता है। निवास बीएमओ डॉ. विजय पैगवार ने लोगो से अपील की हैं कि सर्पदंश की घटना के बाद तुरंत पीडि़त मरीज को अस्पताल लेकर पहुंचे, जिससे समय रहते उसका उपचार कर बचाया जा सके।

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