मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित कई जिलों में सब्जियों की कीमतों में काफी तेजी आई है। आलू, प्याज, टमाटर सहित महंगी सब्जियों ने रसोई का बजट बिगड़ दिया है। एक साथ 5 किलो आलू खरीदने वाले लोग अब बाजार से एक किलो ही खरीद रहे हैं। आलू फुटकर में 40, प्याज 50 और टमाटर 80 रुपए किलो तक बिक रहा है। पालक और कुछ हरी सब्जियों को छोड़ दिया जाए तो बाकी के दाम भी 60 रुपए किलो तक हैं।
इसलिए बढ़े भाव
थोक और फुटकर व्यापारियों से जब पूछा कि सब्जियों के दाम क्यों बढ़े हैं? सभी ने एक ही जवाब दिया। कहा कि आवक एक चौथाई तक घट गई है? इसीलिए सब्जियां महंगी हैं। दाम कब तक कम होंगे? यह पूछने पर व्यापारियों ने कहा कि अगले 3 महीने तक आलू और प्याज के दाम कम नहीं होंगे। सितंबर और अक्टूबर में दाम और बढ़ सकते हैं।
टमाटर की कीमत होगी कम, आलू के भाव नहीं गिरेंगे
थोक व्यापारी राजेंद्र कुमार कुशवाहा का कहना आलू और टमाटर की आवक बड़ी मात्रा में घटी है। इसलिए दोनों के रेट बढ़ गए हैं। पूरे भारत में अभी टमाटर सिर्फ बेंगलुरु से आ रहा है। पर्याप्त मात्रा में टमाटर की आवक नहीं हो पा रही है। इसलिए महंगा बिक रहा है। आलू की पैदावार कम हो रही है। इसलिए आलू की कीमत आगे भी कम नहीं होगी। कुछ दिन बाद महाराष्ट से टमाटर आने लगेगा तो दाम कम हो जाएंगे, लेकिन आलू के दाम कम होने की उम्मीद नहीं है। प्याज के दाम अगले 20-25 दिन में काफी कम हो जाएंगे। बाकी सब्जियों के दाम भी कम होंगे।