Shaheed Diwas 2024: ये कैसा शहीद दिवस, जहां पुष्पांजलि देने नहीं पहुंचे सफेद कुर्ता वाले
दशहरा में तो जमकर हवाई फायर किए लेकिन शहीद दिवस पर पुलिस कर्मियों को भूल गए
जबलपुर, यशभारत। पूरे देश में शहीद दिवस मनाया जा रहा है, यह दिन इसलिए खास है कि क्योंकि सैंकड़ों पुलिस कर्मियों ने अपनी सेवा में देश के लिए जान निछावर कर दी। शहीदों को हमेशा से देश में सम्मान मिला है और इसी के तहत शहीद दिवस मानने की परंपरा चली आ रही है। लेकिन यहां जानकर हैरानी होगी कि शहीद पुलिस कर्मियों को पुष्पांजलि देने में सफेद कुर्ता पहनने वाले लोगों ने परहेज किया, जबकि दशहरा के मौके पर जमकर हवाई फायर कर वाहवाही लूटी गई। सवाल उठता है कि जब भीड़ ज्यादा रहेगी तब शहीदों को याद किया जाएगा क्या,या फिर शहीदों को इसी तरह से सम्मान देने के लिए रस्मायदगी की जाएगी।
जनता की आवाज रखने वाले नहीं पहंुचे
जनता की आवाज कहे जाने वाले, उनके सुख-दुख में खड़े रहने वाले और विकसित भारत में अपना योगदान देने वाले जिम्मेदार सफेदपोश लोग शहीद दिवस के किसी भी कार्यक्रम में नजर नहीं आए। यह हाल जबलपुर अकेले का नहीं था पूरे मध्यप्रदेश में यह स्थिति देखने को मिली। बुद्विजीवी वर्ग में यह चर्चा जोरों पर है कि सफेद कुर्ता वाले लोगों ने शहीद दिवस पर क्यों औपचारिकताएं नहीं निभाई जबकि शहीदों से जुड़े हर एक कार्यक्रम में वह बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
पुलिस कर्मियों की शहादत कैसे भूल गए
पूरा पुलिस महकमा आज शहीद दिवस मना रहा है। उन पुलिस कर्मियों को नम आंखों से याद कर परिवार को ढांढस बंधाया जा रहा है। शहीद पुलिस कर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना दूसरों की जान बचाई, गंभीर घटनाएं होने से रोकी। फिर कैसे सल्तनत में अहम हिस्सा होने वाले लोग उनकी शहादत को भूल गए।
छटवीं बटालियन में कार्यक्रम आयोजित
शहीद दिवस के मौके पर छटवी बटालियन जबलपुर में पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में डयूटी के दौरान शहीद हुए पुलिस कर्मी की शहादत को याद किया गया। मध्यप्रदेश में 22 पुलिस कर्मी शहीद हुए जिन्हें वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा पुष्पाजंलि अर्पित की गई।