लेबनान में 18 सितंबर की रात हिज्बुल्लाह के वॉकी-टॉकी में हुए धमाकों से पूरा देश दहल गया है। इन धमाकों में 20 लोगों की जान चली गई, जबकि 450 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इन धमाकों का असर कई इलाकों में देखा गया है। हिज्बुल्लाह का आरोप है कि इस हमले के पीछे इजरायल का हाथ है। यह हमला हिज्बुल्लाह पर पेजर अटैक के एक दिन बाद हुआ। हमले के वक्त पेजर अटैक में मारे गए लोगों का अंतिम संस्कार किया जा रहा था।
लेबनान और हिज्बुल्लाह इजरायल से नाराज
लेबनान सरकार और हिज्बुल्लाह दोनों ने इजरायल को इन धमाकों का जिम्मेदार ठहराया है। हिज्बुल्लाह ने कहा कि यह हमला हमारी संप्रभुता पर सीधा हमला है। हम इन हमलों का बदला जरूर लेंगे। वहीं, लेबनान के सूचना मंत्री जियाद मकारी ने कहा कि इजराइल की यह नई युद्धनीति है। हमारी जांच फिलहाज जारी है। उन्होंने कहा कि यह हमला केवल हिज्बुल्लाह पर नहीं बल्कि पूरे लेबनान पर है।
धमाकों के बाद 60 से ज्यादा घरों में लगी आग
धमाकों के बाद लेबनान के कई इलाकों में आग लग गई। दमकल कर्मियों ने 60 से ज्यादा घरों, 15 कारों और दर्जनों मोटरसाइकिलों में लगी आग को बुझाने का काम किया। विस्फोटों के कारण कई लोग घरों में फंसे हुए थे, जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया। अधिकारियों का कहना है कि यह हमला काफी सुनियोजित था और इसका उद्देश्य लेबनान के विभिन्न हिस्सों में अस्थिरता पैदा करना था।