अमेरिकी रक्षा मंत्रालय का दावा, भारत आ रहे जहाज पर ईरान ने किया ड्रोन हमला
ईरान की सफाई हूती विद्रोही लेते हैं स्वतंत्र फैसला
INTERNATIONAL DESK. शनिवार को हिंद महासागर में भारतीय व्यापारिक क्षेत्र के नजदीक मालवाहक जहाज पर ड्रोन के जरिए हमला किया गया। अब इस मामले में अमेरिका के रक्षा विभाग ने दावा किया है कि यह हमला ईरानी ड्रोन के जरिए किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक केम प्लूटो नाम के जहाज में शनिवार सुबह 10 बजे हमला हुआ था। जिस दौरान जहाज अमेरिका से संपर्क में था। यह जहाज जापान का है और लाइबेरिया के फ्लैग से ऑपरेट हो रहा था। जिस पर हमला पोरबंदर तट से 217 नॉटिकल मील की दूरी पर हुआ।
ईरान ने किया खंडन
इधर अमेरिका के आरोपों का खंडन करते हुए ईरान के उप विदेश मंत्री अली बघेरी ने कहा है कि हूती विद्रोहियों के पास अपने खुद के हथियार हैं और वे अपने फैसले खुद लेते हैं। इसमें हमारा कोई रोल नहीं है। दरअसल लाल सागर और उसके आसपास के इलाकों में अक्सर जहाजों पर हूती विद्रोही हमले कर रहे हैं। ऐसे में शक जताया जा रहा है कि जहाज पर हूती विद्रोहियों ने ही हमला किया है।
गाजा पर हमलों का विरोध कर रहे हूती विद्रोही
दरअसल हूती विद्रोहियों का साफ कहना है कि जब तक इजराइल गाजा पर हमले नहीं रोकता, वे जहाजों को निशाना बनाते रहेंगे। बता दें कि शनिवार को भारत आ रहा जहाज भी इजराइल से संबंधित बताया जा रहा है। जो सउदी अरब से तेल लेकर भारत आ रहा था।
जहाज पर जब हमला हुआ, तब यह भारत के समुद्र तट से 370 किलोमीटर की दूरी पर था। हमले की जानकारी मिलने के बाद नेवी ने शिप को ट्रैक किया। साथ ही उसे एस्कॉर्ट करने के लिए वॉरशिप भेजा। ऑयल शिप 11 समुद्री मील प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है, जिसके 25 दिसंबर को मुंबई पहुंचने की उम्मीद है।